scriptइंदिरागांधी फीडर व गंगकैनाल में लगेगा रियल टाइम वॉटर क्वालिटी मॉनीटरिंग सिस्टम, नेशनल हाइड्रोलॉजी प्रोजेक्ट के तहत सवा करोड़ का बजट मंजूर | Real time water quality monitoring system to be set up in Indira Gandh | Patrika News
हनुमानगढ़

इंदिरागांधी फीडर व गंगकैनाल में लगेगा रियल टाइम वॉटर क्वालिटी मॉनीटरिंग सिस्टम, नेशनल हाइड्रोलॉजी प्रोजेक्ट के तहत सवा करोड़ का बजट मंजूर

https://www.patrika.com/hanumangarh-news/
हनुमानगढ़. नहरी पानी मामले में बरसों से हो रही डर्टी पॉलटिक्स की हकीकत अब सबके सामने आ सकेगी। इससे प्रभावित राज्य सीधे जिम्मेदारों से सवाल-जवाब भी कर सकेंगे। लंबे समय से हो रही प्रदूषित पानी की रोकथाम को लेकर इंदिरागांधी फीडर व गंगकैनाल में जहां से राजस्थान सीमा में पानी प्रवेश करता है, वहां पर रियल टाइम वॉटर क्वालिटी मॉनीटरिंग सिस्टम लगाने का काम अब शुरू कर दिया है।
 

हनुमानगढ़Jun 30, 2020 / 08:58 am

Purushottam Jha

इंदिरागांधी फीडर व गंगकैनाल में लगेगा रियल टाइम वॉटर क्वालिटी मॉनीटरिंग सिस्टम, नेशनल हाइड्रोलॉजी प्रोजेक्ट के तहत सवा करोड़ का बजट मंजूर

इंदिरागांधी फीडर व गंगकैनाल में लगेगा रियल टाइम वॉटर क्वालिटी मॉनीटरिंग सिस्टम, नेशनल हाइड्रोलॉजी प्रोजेक्ट के तहत सवा करोड़ का बजट मंजूर

इंदिरागांधी फीडर व गंगकैनाल में लगेगा रियल टाइम वॉटर क्वालिटी मॉनीटरिंग सिस्टम, नेशनल हाइड्रोलॉजी प्रोजेक्ट के तहत सवा करोड़ का बजट मंजूर
हनुमानगढ़. नहरी पानी मामले में बरसों से हो रही डर्टी पॉलटिक्स की हकीकत अब सबके सामने आ सकेगी। इससे प्रभावित राज्य सीधे जिम्मेदारों से सवाल-जवाब भी कर सकेंगे। लंबे समय से हो रही प्रदूषित पानी की रोकथाम को लेकर इंदिरागांधी फीडर व गंगकैनाल में जहां से राजस्थान सीमा में पानी प्रवेश करता है, वहां पर रियल टाइम वॉटर क्वालिटी मॉनीटरिंग सिस्टम लगाने का काम अब शुरू कर दिया है। इसके टेंडर भी जल्द जारी करने की तैयारी है। इस कार्य के लिए नेशनल हाइड्रोलॉजी प्रोजेक्ट में करीब सवा करोड़ का बजट स्वीकृत हो गया है। चालू वित्तीय वर्ष में नहर में प्रदूषण को मापने का यंत्र लगाने का काम पूरा हो जाएगा।
इसके बाद नहरों में पानी की शुद्धता को निर्धारित मापदंडों के तहत परखा जा सकेगा। प्रवाहित पानी के प्रदूषण संबंधी सभी तरह के डाटा उक्त मशीन विभागीय कंट्रोल रूम व प्रदूषण मंडल जयपुर को भेजती रहेगी। इससे नहरों में प्रदूषित पानी प्रवाहित होने के साथ ही अधिकारी सतर्क हो जाएंगे और गंदे पानी की रोकथाम को लेकर संबंधित राज्य को सूचित कर देंगे। इंदिरागांधी नहर से राजस्थान के हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, चूरू, बीकानेर, नागौर, जैसलमेर, जोधपुर सहित करीब दस जिलों को जलापूर्ति होती है।
ट्रिब्यूनल का आदेश
लंबे समय से राजस्थान की नहरों में प्रदूषित पानी की आवक होने पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में याचिका लगाई थी। याचिकाकर्ता पूर्व जिला प्रमुख शोभा सिंह डूडी, पूर्व उप जिला प्रमुख शबनम गोदारा व पूर्व उप प्रधान राजेंद्र प्रसाद नायक ने प्रदूषित पानी की समस्या को लेकर राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित समाचारों के अलावा अन्य मीडिया रिपोर्ट को आधार मानकर ट्रिब्यूनल में शिकायत की थी। इसके बाद करीब दो वर्ष पहले ग्रीन ट्रिब्यूनल ने फैसला सुनाते हुए केंद्र सरकार व संबंधित राज्य सरकारों को प्रदूषण की रोकथाम को लेकर निर्देशित किया था। इसके परिणाम स्वरूप अब मुख्य नहरों में रियल टाइम वॉटर क्वालिटी मॉनीटरिंग सिस्टम लगाने का काम शुरू किया जा रहा है।
इन राज्यों में लगेंगे
ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देश पर राजस्थान, पंजाब, हरियाणा व हिमाचल प्रदेश में समान रूप से यह उपकरण लगाया जाएगा। रियल टाइम वॉटर क्वालिटी मॉनीटरिंग सिस्टम लगाने को लेकर राजस्थान की सीमा पर दो जगह यह सिस्टम लगाया जाएगा। इसमें करीब चार वर्ष तक सभी तरह के रखरखाव का कार्य संबंधित कंपनी ही करेगी। मॉनीटरिंग को लेकर जल संसाधन विभाग स्तर पर अलग से कंट्रोल रूम भी बनाया जाएगा।
…..फैक्ट फाइल….
-इंदिरागांधी नहर से प्रदेश के १० जिलों को जलापूर्ति होती है।
-इंदिरागांधी फीडर व गंगकैनाल में सवा करोड़ की लागत से प्रदूषण जांचने का आधुनिक उपकरण लगाया जाएगा।
-इंदिरागांधी नहर से चार से पांच हजार करोड़ का उत्पादन हो रहा है।
-इंदिरागांधी नहर से दो करोड़ से अधिक लोगों की प्यास बुझती है।
……वर्जन….
जल्द काम होगा पूरा
नेशनल हाइड्रोलॉजी प्रोजेक्ट के तहत बजट मंजूर हो गया है। इसके तहत राजस्थान सीमा में गंगकैनाल व इंदिरागांधी फीडर पर रियल टाइम वॉटर क्वालिटी मॉनीटरिंग सिस्टम लगाने का काम जल्द पूरा कर लिया जाएगा। चालू वित्तीय वर्ष में सिस्टम काम करना शुरू कर देगा। इस संबंध में प्रयास तेज कर दिए गए हैं।
-धीरज चावला, अधीक्षण अभियंता, रेग्यूलेशन, जल संसाधन विभाग हनुमानगढ़
संघर्ष के आ रहे नतीजे
राजस्थान की नहरों में शुद्ध पानी प्रवाहित हो, इसे लेकर हमने टिब्यूनल में याचिका दायर की थी। पदयात्राएं निकालकर लोगों को जागरूक भी किया। अब ट्रिब्यूनल के निर्देश पर पब्लिक के साथ ही सरकारें भी इस मुद्दे पर गंभीर हुई है। जिसके सकारात्मक परिणाम आने लगे हैं। लंबे संघर्ष के बाद अब नहरों में रियल टाइम वॉटर क्वालिटी मॉनीटरिंग सिस्टम लगने से काफी कुछ सुधार की उम्मीद कर सकते हैं।
-शबनम गोदारा, पूर्व उप जिला प्रमुख हनुमानगढ़
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो