चालू रबी सीजन में इंदिरागांधी नहर में सिंचाई पानी चलाने को लेकर जो रेग्यूलेशन बनाया गया था, उसके तहत सात बारी पानी का रेग्यूलेशन छह मार्च २०२१ को पूरा हो चुका है। इसके बाद इसमें पेयजल ही चलाया जा रहा है। इसी तरह भाखड़ा नहर में २० मार्च तक १००० क्यूसेक पानी चलाया जाएगा। वहीं गंगकैनाल में ३१ मार्च तक १८०० क्यूसेक पानी चलेगा।
-राजस्थान क्षेत्र में इंदिरागांधी नहर की लंबाई 445 किमी है।
-चालू वर्ष में बंदी अवधि के दौरान राजस्थान भाग में ४९ किमी में रीलाइनिंग कार्य होंगे।
-राजस्थान क्षेत्र में रीलाइनिंग कार्य पर २५० करोड़ खर्च होंगे।
-इस नहर से हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर, चूरू व नागौर सहित प्रदेश के 10 जिलों की प्यास बुझ रही है।
-1958 में इंदिरागांधी फीडर का निर्माण शुरू हुआ था।
-11 अक्टूबर 1961 में राजस्थान में पहली बार इंदिरागांधी नहर की नौरंगदेसर वितरिका में पानी प्रवाहित किया गया था।
-नहरी क्षेत्रों से राज्य में 4000- 5000 करोड़ का उत्पादन हो रहा है।
इंदिरागंाधी नहर में पहले ७० दिन की बंदी घोषित की गई थी। लेकिन अब इसकी अवधि घटाकर साठ दिन कर दी गई है। इस अवधि में राजस्थान भाग में ४९ किमी व पंजाब भाग में ३० किमी में रीलाइनिंग कार्य होंगे। इसे लेकर बजट मंजूर हो चुका है। पंजाब के साथ समन्वय बैठक भी हो चुकी है। निर्धारित प्रोजेक्ट के तहत बंदी अवधि में रीलाइनिंग कार्य करवाएंगे।
-विनोद मित्तल, मुख्य अभियंता, जल संसाधन उत्तर संभाग हनुमानगढ़