नशे के धंधे से ‘अंधी कमाई’ की चाह में बढ़ रहे तस्कर
हनुमानगढ़. नशे के धंधे से अंधी कमाई की चाह युवाओं को नशीले पदार्थों की तस्करी की राह पर ले जा रही है। एक तरफ जहां नशे के आदी बनकर युवा बर्बाद हो रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ नशीले पदार्थों के कारोबार से जल्द अमीर बनने के चक्कर में लोगबाग अपराधी बन रहे हैं। नशीले पदार्थों की रोकथाम को लेकर पुलिस जो कार्यवाही कर रही है, उस पर निगाह डालें तो हालात का अंदाजा हो जाता है।
नशे के धंधे से ‘अंधी कमाई’ की चाह में बढ़ रहे तस्कर
नशे के धंधे से ‘अंधी कमाई’ की चाह में बढ़ रहे तस्कर
– बीते बरस पुलिस ने 303 लोगों को दबोचा नशीले पदार्थों की तस्करी के आरोप में
– नशे की खपत से जल्द अमीर बनने की बढ़ी चाहत
हनुमानगढ़. नशे के धंधे से अंधी कमाई की चाह युवाओं को नशीले पदार्थों की तस्करी की राह पर ले जा रही है। एक तरफ जहां नशे के आदी बनकर युवा बर्बाद हो रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ नशीले पदार्थों के कारोबार से जल्द अमीर बनने के चक्कर में लोगबाग अपराधी बन रहे हैं। नशीले पदार्थों की रोकथाम को लेकर पुलिस जो कार्यवाही कर रही है, उस पर निगाह डालें तो हालात का अंदाजा हो जाता है। पिछले साल जिला पुलिस ने नशे की तस्करी के आरोप में 300 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया। यह आंकड़ा साल दर साल बढ़ रहा है। चार साल पहले तक नशे की तस्करी में जितने लोग पकड़े जा रहे थे, अब उसकी संख्या दोगुनी से भी ज्यादा हो चुकी है। इसकी बढ़ती रफ्तार से अनुमान लग जाता है कि नशे की कितनी ज्यादा खपत है और इसकी तस्करी से कितनी कमाई की जा रही है। यही कारण है कि नशे के धंधे में न केवल जरायमपेशा लोग बल्कि ऐसे युवा भी पकड़े जा रहे हैं जिनका पहले किसी तरह का अपराधिक रिकॉर्ड नहीं रहा था। यद्यपि इन सबका नतीजा अंतत: जेल की सलाखें ही हैं।
नशेड़ी नहीं पेशेवर तस्कर
जानकारों के अनुसार जिले में नशीले पदार्थों की खपत जैसे-जैसे बढ़ी है, उसी तरह इसका धंधा करने वाले भी बढ़ गए हैं। अब न केवल नशेड़ी किस्म के लोग बल्कि नशे से दूर रहने वाले भी नशे के धंधे में पकड़े जा रहे हैं। पुलिस ने 2018 में नशीली दवा की तस्करी के आरोप में पांच मेडिकल स्टोर संचालक पकड़े थे। वहीं बीते दो वर्ष में दर्जनों ऐसे युवाओं की तस्करी के आरोप में गिरफ्तारी हो चुकी है जो जल्द पेशा कमाने की चाह में इस धंधे में आए।
दोगुने से ज्यादा
नशीले पदार्थों की तस्करी के आरोप में जिले की विभिन्न थानों की पुलिस ने वर्ष 2016 में 140 लोगों को गिरफ्तार किया था। 2017 में 94 तथा 2018 में 182 जनों की गिरफ्तारी हुई। वर्ष 2019 में तो नशे की तस्करी के आरोपियों की संख्या 303 तक पहुंच गई मतलब 2016 की तुलना में दोगुनी से ज्यादा हो गई।
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