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हनुमानगढ़

चिकित्सकों से मारपीट की बढ़ती घटनाओं पर जताया रोष, काली पट्टी बांध किया कार्य बहिष्कार

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हनुमानगढ़Jun 14, 2019 / 12:56 pm

adrish khan

hanumangarh doctors are angry

चिकित्सकों से मारपीट की बढ़ती घटनाओं पर जताया रोष, काली पट्टी बांध किया कार्य बहिष्कार

चिकित्सकों से मारपीट की बढ़ती घटनाओं पर जताया रोष, काली पट्टी बांध किया कार्य बहिष्कार
– चिकित्सकों की सुरक्षा पुख्ता करने व अस्पतालों में हंगामा व मारपीट करने वालों पर शीघ्र कार्रवाई की मांग
– जिले के निजी व सरकारी चिकित्सकों ने संयुक्त रूप से मुख्यमंत्री के नाम सौंपा कलक्टर को ज्ञापन
हनुमानगढ़. कोलकोता में चिकित्सकों से हुई मारपीट तथा सरकारी व निजी अस्पतालों में चिकित्सकों से विवाद की बढ़ती घटनाओं के विरोध में शुक्रवार को जिले के निजी व सरकारी चिकित्सकों के प्रतिनिधि मंडल ने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधि मंडल में शामिल चिकित्सकों ने कहा कि अस्पताल में हंगामा करने व मारपीट की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। कोई भी चिकित्सक कभी भी किसी मरीज को मारना नहीं चाहता। उसका लक्ष्य उसे रोग मुक्त करना ही होता है। इसी से उसका नाम भी होता है। ऐसे में कोई चिकित्सक रोगी को क्यों मारेगा। मगर परिजन बड़े अस्पतालों में गंभीर स्थिति में रोगी को लाते हैं। जब उनकी मौत हो जाती है तो चिकित्सकीय दृष्टिकोण समझने की बजाय तैश में आकर हंगामा करने लगते हैं। पुलिस ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने से गुरेज करती है। अत: सरकार सभी चिकित्सकों की सुरक्षा पुख्त करे ताकि वे निर्भय तथा तनाव मुक्त होकर अपना कत्र्तव्य निभा सकें। ज्ञापन देने वालों में जिला अस्पताल के पीएमओ डॉ. एमपी शर्मा, डॉ. नरेश संकलेचा, डॉ. पारस जैन, डॉ. शंकरलाल सोनी, डॉ. भवानी सिंह, डॉ. रविशंकर शर्मा, डॉ. बीबी धींगड़ा, डॉ. मनोज अरोड़ा, डॉ. निशांत बतरा, डॉ. दिलीप यादव आदि शामिल रहे। इससे पूर्व सुबह आठ से दस बजे तक दो घंटे कार्य का बहिष्कार किया गया। इसके बाद काली पट्टी बांधकर चिकित्सकों ने मरीजों की जांच कर परामर्श दिया। सरकारी अस्पतालों में सुबह दो घंटे कार्य बहिष्कार के चलते सुबह की पारी में रोगियों को सिर्फ एक घंटा ही चिकित्सकों का परामर्श मिल सका। क्योंकि सुबह आठ बजे से चिकित्सकों ने पहले इनडोर में सेवा दी। वहां से फारिग होने के बाद आउटडोर में मरीज देखे। फिर दस से बारह बजे तक कार्य बहिष्कार किया। गर्मियों में अस्पताल का समय सुबह की पारी में आठ से दोपहर बारह बजे तक का ही है।
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