इस मामले में पुलिस की लापरवाही भी सामने आई थी। बुजुर्ग दंपती की हत्या के मामले में मास्टर माइंड मृतक के भतीजे विनोद पूनिया से पुलिस ने हत्याकांड के तुरंत बाद पूछताछ नहीं की। मृतक दंपती के परिजनों ने जमीन विवाद में हत्या का संदेह विनोद पूनिया पर जताया था। लेकिन पुलिस ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। यहां तक कि घटना के तीन माह तक विनोद पूनिया अपनी ढाणी में ही रहा। लेकिन बाद में पुलिस ने उसके नार्को व पॉली ग्राफिक टेस्ट के लिए अदालत में प्रार्थना पत्र दाखिल किया तो वह फरार हो गया।
क्या था मामला
गौरतलब है कि अज्ञात बदमाशों ने 31 दिसम्बर 2014 को 4 केएसपी के पास स्थित ढाणी में घुसकर मांगीलाल बिश्नोई (70) व उनकी पत्नी कमला की धारदार हथियारों से हत्या कर दी थी। उस समय बुजुर्ग दंपती घर में अकेले थे। हत्या का कारण जमीन विवाद माना गया था। मृतक के पुत्र विष्णुदत्त पूनिया के अनुसार उनकी 120 बीघा जमीन विनोद पूनिया के नाम थी जो 6 जनवरी के बाद मांगीलाल बिश्नोई के नाम की जानी थी। जमीन को फिर से मांगीलाल बिश्नोई के नाम नहीं किया जा सके, इसके लिए दंपती की हत्या की गई।