इसी दौरान टाउन की तरफ से आ रही सफेद रंग की मारुति कार नंबर आरजे 31 सीए 0622 को इशारा कर रूकवाया। कार चालक व उसके साथ की सीट पर बैठे युवक से पीछे की सीट पर रखे दोनों बोरों के बारे में पूछा तो वे घबरा गए और संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। शक होने पर पुलिस ने बोरे खोलकर देखे तो उनमें भारी मात्रा में नशीली दवाएं भरी हुई थी। जांच के दौरान बोरों में अलप्राजोलम के 150 पत्तों में एक लाख बीस हजार टेबलेट जबकि ट्रामाडोल के 117 डिब्बों में 29 हजार 250 टेबलेट कुल 1 लाख 49 हजार 250 टेबलेट बरामद हुई। इतनी भारी मात्रा में प्रतिबंधित नशीली दवाओं की तस्करी करने पर पुलिस ने कार चालक कुलदीप व अजय कुमार को गिरफ्तार कर कार व नशीली टेबलेट जब्त कर ली।
पुलिस ने दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया। कार्रवाई करने वाले पुलिस दल में हैड कांस्टेबल राजकुमार, कांस्टेबल संदीप कूकणा व राकेश रमाणा भी शामिल थे। पांच दिन का रिमांड मंजूर थाना प्रभारी रामप्रताप बिश्नोई ने बताया कि दोनों आरोपितों को शनिवार दोपहर संगरिया में न्यायालय में पेश कर पूछताछ के लिए पांच दिन का रिमांड मंजूर करवाया है। उन्होंने बताया कि आरोपितों से प्रारंभिक पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर अब बस में पार्सल लगाने वाले व्यक्ति के बारे में जानकारी एकत्रित की जा रही है। जिस बस में नशीली दवाओं की खेप का पार्सल आया उसके चालक व परिचालक से भी जानकारी जुटाई जा रही है। यह भी जानकारी मिली है कि आरोपित नशीली दवा पार्सल के जरिए मंगवा लेते थे। इसके बाद उसे आगे बेच देते थे।