नदी में आया पानी किसानो के लिए लाभदायक है। चकजहाना से बहलोलनगर के मध्य पुल पर सोमवार को पानी का बहाव बहुत तेज हो जाने से दुपहिया वाहन चालकों ने खतरा भांप आवागमन बंद कर दिया है। डबली राठान से सहजीपुर के मध्य मार्ग पर निर्मित पुल से भी पानी का प्रवाह जारी है परन्तु पानी का प्रवाह कम होने से पैदल , दुपहिया वाहन एवं अन्य वाहनों का आवागमन सुचारू बना हुआ है।
सहजीपुर के नदी किनारे के मुहाने के किसान विजय पाल ने बताया कि पुल के समीप पानी निकासी के बहुत से पाइपों के आगे फंसी कैळी से पानी प्रवाह में रुकावट बनी हुई है।अगर कैली को निकाल लिया जाता है तो पानी पुल के पाइपों से निकल जाने से पानी पुल के उपर से बहना बंद हो जायेगा।
पुल बना वरदान
किसान विजय पाल,सन्दीप , रामकुमार दूधवाल , दुकानदार बिट्टू आदि ने बताया कि छह दशक बाद मार्ग पर बना पुल इलाके के लिए वरदान साबित हो रहा है। पुल नही होने नदी पानी प्रवाह के समय क्षैत्र वासीयों को भारी परेशानी उठानी पड़ती थी।।डबली राठान से सहजीपुर,करणीसर, फतेहगढ़ सहित अन्य गांव का सम्पर्क कट जाता था।
नदी में आया पानी लाभदायक
किसान विजयपाल ने बताया कि नदी में आया पानी किसानो के लिए बहुत लाभदायक है। उसका कहना था कि नदी के किनारे बांध के पास उसकी भूमि होने से धान की अंतिम सिंचाई इसी पानी से की जा रही है ट्रैक्टर से पंखा लगा कर भूमिगत पाइप के माध्यम से पानी से खेत में धान की सिंचाई की जा रही है। चकजहाना के किसान सुरजीत सिंह घग , जगजीत सिंह आदि ने बताया की नदी में आया पानी अगर एक महीने पहले आता तो बहुत अधिक लाभकारी होता, परन्तु अब तो धान की फसल लगभग पककर कर तैयार है कोई एक आध किसान को ही अंतिम सिंचाई करनी है।परंतु किसानों का कहना कि नदी में पानी का प्रवाह चलता रहा तो भूमि में रिसाव होने से भूमिगत पानी के जलस्तर में बढ़ोतरी होगी जो आने वाले समय में लाभ दायक होगी।