यह है नोटिस में गांव में बाहरी लोगों पर 5000 रुपये का जुर्माना लगाने का नोटिस चस्पा किया गया है। साथ ही
यह भी फरमान सुनाया गया है कि गांव में कोई भी बाहरी व्यक्ति आता है तो इस बात की सूचना सबसे पहले ग्राम प्रधान को दी जाएगी। इसके बाद प्रशासन को भी बाहरी लोगों की सूचना दी जाएगी। इसका मकसद कोरोना वायरस जैसी बीमारी से बचाव के लिए लॉकडाउन का पालन कराना है। ग्रामवासियों ने भी प्रधान की इस पहल का जोरदार स्वागत किया है। ग्राम प्रधान जशवीर का कहना है कि बाहर से प्रवेश करने वाले को रोकने के लिए यह नोटिस लगाया गया है। सभी लॉकडाउन का पालन करें यही इसका मकसद है।
यह भी फरमान सुनाया गया है कि गांव में कोई भी बाहरी व्यक्ति आता है तो इस बात की सूचना सबसे पहले ग्राम प्रधान को दी जाएगी। इसके बाद प्रशासन को भी बाहरी लोगों की सूचना दी जाएगी। इसका मकसद कोरोना वायरस जैसी बीमारी से बचाव के लिए लॉकडाउन का पालन कराना है। ग्रामवासियों ने भी प्रधान की इस पहल का जोरदार स्वागत किया है। ग्राम प्रधान जशवीर का कहना है कि बाहर से प्रवेश करने वाले को रोकने के लिए यह नोटिस लगाया गया है। सभी लॉकडाउन का पालन करें यही इसका मकसद है।
यह भी पढ़ें
5 अप्रैल की दीवाली ने गाजियाबाद को बनाया देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर, कुमार विश्वाश ने ऐसे जताई नाराजगी
कोरोना को फैलने से रोकना है ग्रामीण इंदर सैनी ने कहा कि प्रधान ने गांव में नोटिस चस्पा किया गया है। अगर कोई बाहरी व्यक्ति आता है तो उसको प्रधान को सूचित करना होगा नहीं तो उस पर 5 हजार रुपये जुर्माना लगेगा। साथ ही प्रशासन को भी खबर दी जाएगी। सपना ने बताया कि कोरोना वायरस को देखते हुए गांव में बाहरी व्यक्ति की एंट्री बंद है। चाहे वह किसी को रिश्तेदार हो या कोई और हो। ऐसा इसलिए किया गया है कि जिससे गांव में कोरोना न फैल सके। आदेश नहीं मानने वाले को 5 हजार रुपये जुर्माना देना होगा। यह भी पढ़ें