scriptपलासनेर में २४ घंटे बिजली गुल, खुद ही फाल्ट सुधार रहे ग्रामीण | 24 hours of power failure in Palasner, villagers themselves improving | Patrika News
हरदा

पलासनेर में २४ घंटे बिजली गुल, खुद ही फाल्ट सुधार रहे ग्रामीण

बिजली कंपनी के कर्मचारी ग्रामीणों की नहीं सुनते शिकायत

हरदाSep 15, 2019 / 11:09 pm

rakesh malviya

पलासनेर में २४ घंटे बिजली गुल, खुद ही फाल्ट सुधार रहे ग्रामीण

पलासनेर में २४ घंटे बिजली गुल, खुद ही फाल्ट सुधार रहे ग्रामीण

हरदा. जिले के ग्रामीण क्षेत्र में बिजली सप्लाई की समस्या सहज में दूर नहीं होती। कंपनी के कर्मचारी ग्रामीणों की शिकायत सुनते ही नहीं। सुन भी लें तो इस बात की कोई गारंटी नहीं कि समय पर सुधार हो जाए। इस स्थिति में ग्रामीणों को जोखिम उठाते हुए खुद ही फाल्ट दूर करना पड़ता है। रविवार दोपहर ऐसा ही एक दृश्य पलासनेर गांव में हनुमान मंदिर के पास सामने आया। बरसते पानी में यहां गांव का एक युवक विद्युत ट्रांसफार्मर पर बांस के सहारे फाल्ट सुधारने का काम कर रहा था। सुरक्षा के लिहाज से गीली सडक़ पर पॉलीथिन व बोरा बिछाया गया। इसके बावजूद गीले बांस में करंट का हल्का झटका मेहसूस हुआ। जोखिम से बचने के लिए उन्होंने सुधार कार्य बंद कर दिया। ज्ञात हो कि दो दिन पहले कांकरिया में भी ऐसा ही हुआ था। कंपनी कर्मचारियों द्वारा सुनवाई न करने से यहां ग्रामीणों ने फाल्ट तलाशकर इसे सुधारा। तब 27 घंटे बाद बिजली सप्लाई शुरू हो सकी थी।
नहीं भराई टंकी, 150 घरों में रही पानी की किल्लत
गांव के संजय राजपूत, असलम, उस्मान आदि ने बताया कि एक फेस शनिवार दोपहर डेढ़ बजे से बंद है। लाइनमैन को मोबाइल पर कॉल किया तो उन्होंने बात नहीं की और मोबाइल ही बंद कर लिया। कंपनी के अधिकारियों को कॉल किया लेकिन शिकायत का निराकरण नहीं हुआ। गांव के 150 घरों में नलजल योजना से पेयजल सप्लाई होती है। थ्री फेस पर बिजली आपूर्ति नहीं मिलने के कारण टंकी नहीं भरा सकी। जिससे लोगों को पेयजल नहीं मिल सका।
150 घरों पसरा अंधेरा
ग्रामीणोंं ने बताया गांव में २४ घंटे से बिजली नहीं होने के कारण गांव के १५० घरों में अंधेरा छाया हुआ है। उन्होंने बताया कि बारिश के दिनों जीव जंतु निकालते रहते से जिससे कारण रात में डर बना रहता है कि कहीं कोई अप्रिय घटना नहीं हो जाए। ग्रामीणों ने बताया कि बिजली विभाग के अधिकारियों सहित लाइनमैन को फोन करने पर भी फोन नहीं उठाते हैं और गलती से फोन उठा भी ले और शिकायत सुनने के बाद कोई संतुष्ठपूर्ण जवाब तक नहीं देते हैँ।
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