वहीं शनिवार को मिले दोनों शवों का अंतिम संस्कार भी इसके कुछ देर बाद किया गया। गांव में पहली बार चार अर्थियां एक ही दिन में कुछ समय के अंतराल के बाद उठीं तो माहौल गमगीन हो गया। चारों तरफ चीख-पुखार मची। लोगों की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। इस दौरान परिवार के लोगों का बुरा हाल रहा। कुछ लोगों की तबीयत बिगडऩे की भी खबर है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उनका परीक्षण किया।
ज्ञात हो कि शुक्रवार को भूतड़ी अमावस्या पर खिरकिया तहसील के बावडिय़ा गांव निवासी 11 लोग टिमरनी तहसील के लछौरा गांव में नर्मदा स्नान के लिए गए थे। इनमें से छह नहाकर बाहर आ चुके थे, वहीं पांच स्नान कर रहे थे। इसी दौरान महेंद्र नामक युवक डूबने लगा तो दो अन्य उसे बचाने के लिए उतरे। जब उनका पता नहीं चला तो दो युवक और लपके। वे डूबने लगे तो शोर मचा।
इस दौरान इन्हीं में मौजूद एक व्यक्ति ने अन्य को पानी में जाने से रोका। शोरशराबा हुआ तो नाविक सतीष केवट तत्काल वहां पहुंचा और अनिल पिता जगदीश को बचा लिया था।
तलाशी अभियान में शुक्रवार शाम 5 बजे तक सुरेंद्र पिता निर्भय सिंह (22) व राहुल पिता सोहन सिंह (30) के शव बरामद कर लिए गए थे। रोहित पिता नर्मदा प्रसाद (30) का शव शनिवार तड़के 4.30 बजे एवं महेंद्र पिता भागवत सिंह (22) का शव सुबह 8.30 मिला। इसके बाद उन्हें पोस्टमार्टम के लिए टिमरनी भेजा गया।