१२ माह से पद खाली
वर्ष 2016 से 2018 के दौरान जब लेब टेक्निशियन की पोस्टिंग यहां थी तब करीब 27 केस निकाले गए थे। उसके बाद यहां पदस्थ लेब टेक्निशियन का ट्रांसफर हो गया तब से यह पद खाली पड़ा है। करीब एक साल से यहां एड्स के लिए होने वाला सीरम टेस्ट नहीं हो पा रहा है।
——-
एक काउंसलर के भरोसे काम
इटारसी के आईसीटीसी सेंटर में नियमानुसार 5 लोगों का स्टाफ स्वीकृत हैं जिनमें से केवल एक काउंसलर गणेश उपरारिया की ही पदस्थापना है। अन्य पदों में लेब टेक्निशियन, एएनएम, आउटरिच वर्कर और सहायक के पद खाली हैं। काउंसलर ही रजिस्टर मेंटेन करने से लेकर एड्स जांच की रिपोर्ट बनाने को मजबूर हैं। एड्स जांच की यह रिपोर्ट गर्भवती महिलाओं और उनके पति के एचआईव्ही टेस्ट के आधार पर बन रही है।
————–
प्रतिदिन होते हैं करीब 40 टेस्ट
आईसीटीसी केंद्र में प्रतिदिन करीब 40 एचआईव्ही टेस्ट होते हैं। महीने भर में यह आंकड़ा 1200 से 1300 तक जाता है। उनमें संदिग्ध लोगों की पुष्टि के लिए उन्हें आगे रेफर किया जाता है।
———-
इनका कहना है
ेलेब टेक्निशियनों की बहुत कमी है। उनकी उपलब्धता नहीं हो पा रही है। हम प्रयास कर रहे हैं कि कर्मचारी की व्यवस्था हो जाए। जब तक व्यवस्था नहीं होती है तब तक के लिए इटारसी अस्पताल प्रबंधन रोकस से कर्मचारी रख ले तो काम चलता रहेगा।
डॉ संजय पुरोहित, नोडल अधिकारी होशंगाबाद
वर्ष 2016 से 2018 के दौरान जब लेब टेक्निशियन की पोस्टिंग यहां थी तब करीब 27 केस निकाले गए थे। उसके बाद यहां पदस्थ लेब टेक्निशियन का ट्रांसफर हो गया तब से यह पद खाली पड़ा है। करीब एक साल से यहां एड्स के लिए होने वाला सीरम टेस्ट नहीं हो पा रहा है।
——-
एक काउंसलर के भरोसे काम
इटारसी के आईसीटीसी सेंटर में नियमानुसार 5 लोगों का स्टाफ स्वीकृत हैं जिनमें से केवल एक काउंसलर गणेश उपरारिया की ही पदस्थापना है। अन्य पदों में लेब टेक्निशियन, एएनएम, आउटरिच वर्कर और सहायक के पद खाली हैं। काउंसलर ही रजिस्टर मेंटेन करने से लेकर एड्स जांच की रिपोर्ट बनाने को मजबूर हैं। एड्स जांच की यह रिपोर्ट गर्भवती महिलाओं और उनके पति के एचआईव्ही टेस्ट के आधार पर बन रही है।
————–
प्रतिदिन होते हैं करीब 40 टेस्ट
आईसीटीसी केंद्र में प्रतिदिन करीब 40 एचआईव्ही टेस्ट होते हैं। महीने भर में यह आंकड़ा 1200 से 1300 तक जाता है। उनमें संदिग्ध लोगों की पुष्टि के लिए उन्हें आगे रेफर किया जाता है।
———-
इनका कहना है
ेलेब टेक्निशियनों की बहुत कमी है। उनकी उपलब्धता नहीं हो पा रही है। हम प्रयास कर रहे हैं कि कर्मचारी की व्यवस्था हो जाए। जब तक व्यवस्था नहीं होती है तब तक के लिए इटारसी अस्पताल प्रबंधन रोकस से कर्मचारी रख ले तो काम चलता रहेगा।
डॉ संजय पुरोहित, नोडल अधिकारी होशंगाबाद
शासन से पोस्टिंग नहीं हो पा रही है इसलिए रोगी कल्याण समिति से लेब टेक्ििनशयन रखने की प्रक्रिया चालू करने वाले हैं। जल्द ही लेब टेक्ििनशयन की नियुक्ति की जाएगी।
डॉ एके शिवानी, अधीक्षक डीएसपीएम अस्पताल
डॉ एके शिवानी, अधीक्षक डीएसपीएम अस्पताल