इस संबंध में विधायक डॉ. दोगने से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि गुरुवार को वे पेशी पर भोपाल गए थे। उन्हें उम्मीद थी कि शाम को धिक्कार यात्रा में शामिल हो जाएंगे, लेकिन इसके पहले ही पुलिस ने कांग्रेसियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जब विधायक से यह पूछा गया कि उनके समर्थक धिक्कार यात्रा में शामिल क्यों नहीं हुए, तो उन्होंने कहा कि वे कुकरावद से यात्रा में शामिल होते। यात्रा के यहां पहुंचने से पहले ही पुलिस ने रोक दिया। ज्ञात हो कि प्रदेश सचिव ओम पटेल व कार्यकारी जिलाध्यक्ष कैलाश पटेल सहित विधायक समर्थक कई पदाधिकारी धिक्कार यात्रा में शामिल नहीं थे। बाद में इनमें से कई पदाधिकारियों ने विधायक के साथ गिरफ्तारी दी।
खबर है कि विधायक धिक्कार यात्रा के दौरान जिस मामले की पेशी पर भोपाल जाने की बात कह रहे हंै उसमें जिला कांग्रेस अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण पंवार, किसान कांग्रेस प्रदेश सचिव मोहन विश्नोई, विजय सिंह सूरमा सहित अन्य भी आरोपी हैं। भोपाल में 6 , 7 व 8 सितंबर को इसकी सुनवाई होना थी। विधायक को छोड़कर अन्य कई आरोपी पेशी पर जाने के बजाए आंदोलन में शामिल रहे।