आने के बाद से उसे सर्दी-खांसी की शिकायत बनी हुई थी। बीते दिनों उसने प्राइवेट डॉक्टर को दिखाकर इलाज लिया था। रविवार सुबह उसे जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम लेकर आई थी। डॉक्टरों ने उसे कोरोना का संदिग्ध मानते हुए आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया था।
वार्ड में उत्पात मचाता रहा, जांच नहीं करने दी
वार्ड में भर्ती करने के बाद स्टॉफ उसकी जांच के लिए कमरे में गया तो वह उत्पात मचाने लगा। सुबह से लेकर दोपहर तक उसने स्वास्थ्यकर्मियों को जांच नहीं करने दी और वार्ड से बाहर निकलकर भागने की कोशिश करता रहा। अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को सूचना देकर बुलाया। इसके बावजूद वह शाम 4 बजे वार्ड की स्टॉफ नर्सों को चकमा देकर वहां से भाग निकला। डॉक्टरों ने मरीज भागने की जानकारी एसडीएम को दी। इसके बाद पुलिस और स्वास्थ्य टीम शाम 7 बजे उसे घर से अस्पताल लेकर आई। डॉक्टरों ने उसका ब्लड सैंपल लिया है। इसे जांच के लिए एम्स भोपाल भेजा जा रहा है।
थाइलैंड से आए व्यक्ति को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया था, लेकिन वह भाग गया था। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम उसे घर से पकड़कर लाई और दोबारा आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया। उसका ब्लड सैंपल लेकर भोपाल जांच के लिए भेजा जा रहा है।
डॉ. मनीष शर्मा, आइसोलेशन वार्ड प्रभारी, हरदा