मोरंड एक्वाडक्ट के आगे बनेगा गेज
बैठक में किसानों की ओर से कहा गया कि जिले को पर्याप्त पानी नहीं मिलता। जिले के हिस्से का पानी सिवनी मालवा के किसान लेते हैं। जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री राकेश दीक्षित ने बताया कि एक्वाडक्ट के ऊपरी छोर पर पानी का नाप होता है। किसानों की मांग पर इसे नीचे की ओर गेज बनाया जाएगा, ताकि यह पता लग सके कि जिले को कितना पानी मिल रहा है।
अमले की कमी का मुद्दा उठा
इस दौरान विभाग के पास अमले की कमी का मुद्दा भी उठा। किसानों का कहना था कि फील्ड पर काम करने वाले अधिकारी, कर्मचारी कम होते जा रहे हैं। ऐसे में टेल एण्ड तक पानी कैसे पहुंचेगा।
मूंग के लिए सभी को मिले पानी
चर्चा के दौरान टिमरनी विधायक संजय शाह ने कहा कि विभाग ऐसी तैयारी रखे कि ग्रीष्माकालीन मूंग फसल के लिए सभी किसानों को सिंचाई का पानी मिले। इस दौरान विभाग की ओर से कहा गया कि पानी की उपलब्धता के अनुसार इसका वितरण किया जाएगा। नहरों की लाइनिंग को लेकर वितरण में रोकटोक नहीं रहेगी।
250 क्यूसेक का अंतर आता है
उल्लेखनीय है कि हंडिया ब्रांच केनाल (एचबीसी) और लेफ्ट ब्रांच केनाल (एलबीसी) में पानी का वितरण चेन क्रमांक 3008 पर होता है। विभाग के कार्यपालन यंत्री दीक्षित के अनुसार इससे करीब 3 किमी ऊपर से जिले का कार्यक्षेत्र शुरू होता है। जिले को मिलने वाले पानी का नाप फिलहाल मोरंड एक्वाडक्ट पर होता है। वहां के नाप और चेन क्रमांक 3008 के नाप में करीब 250 क्यूसेक का अंतर आता है। इसी से जिले की हिस्सेदारी कम होती है। कलेक्टर के निर्देशानुसार नया गेज बनाया जाएगा, ताकि पता लगे कि जिले को कितना पानी मिल रहा है। कम पानी मिला तो इसे बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे।