नगर विकास समिति द्वारा डीआरएम को ज्ञापन देकर ताप्तीगंगा, झेलम एक्सप्रेस, हैदराबाद-अजमेर एक्सप्रेस का स्टापेज की मांग की गई। साथ ही नागपुर-भुसावल ट्रेन को प्रतिदिन किए जाने की मांग पर, उन्होंने प्रस्ताव भेजे जाने की बात कही। डीआरएम ने कहा कि आप टिकट का विक्रय कराएं। जिस पर प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि आप गाडिय़ों का अस्थायी रूप से स्टॉपेज तो दीजिए, फिर टिकट का विक्रय देखिए। स्टेशन पर शेड की वृद्धि, स्टेशन की श्रेणी में सुधार, फुट ओवरब्रिज से जोडऩे, प्लेटफार्म पर बोगियों के लिए संकेतक लगाने की मांग की गई। डीआरएम चौधरी ने रेलवे स्टेशन के पैनल सिस्टम को नए भवन के स्थानांतरित करने, रेलवे गेट सहित कुड़ावा भिरंगी अन्य रेलवे गेटो के समीप शौचालय निर्माण, रेल परिसर में स्थित जीआरपी चौकी के पुराने भवन गिराने, प्लेटफार्म नंबर 1 पर पुरानी लोहे की टंकी हटाने के निर्देश दिए। करीब डेढ घंटे तक उन्होंने निरीक्षण किया। ज्ञापन देते समय नगर विकास समिति अध्यक्ष अनिल दरबार, सचिव राजेश मेहता, पूर्व नपं अध्यक्ष पूनमचंद गुप्ता, रविंदर सलूजा, राजेन्द्र राठौर, सोनू अग्रवाल, अनिल जैन, बलबीर भाटिया, मंगलसिंह सोलंकी, किशोरी राय, युनूस मंसूरी आदि मौजूद थे।
हरदा रेलवे स्टेशन पर आने के बाद डीआरएम चौधरी ने उप स्टेशन प्रबंधक के कक्ष का निरीक्षण किया। यहां पर उन्होंने ड्यिूटी पर मौजूद अधिकारी से ट्रेनों के संचालन को लेकर जानकारी ली। इसके बाद वे जनरल यात्री प्रतीक्षालय में स्थित शौचालय देखने गए। जहां से दुर्गंध आती देखकर उन्होंने गंदगी को लेकर नाराजगी जताई। वहीं टिकट वेडिंग मशीन का संचालन नहीं होने पर अधिकारियों को शुरू कराने के लिए कहा। परिसर में घूमकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। स्टेशन प्रबंधक कक्ष में ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर्स एसोसिएशन के मंडल अध्यक्ष रामेश्वर सिंह ने स्टेशन मास्टरों को कार्यालय में ही शौचालय सुविधा, ड्यिूटी समय कम करने सहित अन्य समस्याओं का ज्ञापन डीआरएम को दिया। डीआरएम के साथ निरीक्षण में भोपाल के वरिष्ठ मंडल अभियंता गौरव मिश्रा, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी रवीन्द्र शर्मा, सहायक मंडल इंजीनियर आदेश गुप्ता तथा स्थानीय अनुविभाग अभियंता एमके सोनी, प्रभारी स्टेशन प्रबंधक राजेंद्र करारे, स्टेशन अधीक्षक एनके चौहान, सहायक अधीक्षक निलेश ढोके सहित अन्य मौजूद थे।