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हरदा

61 गांवों के किसानों ने लगाई खराब फसलों की प्रदर्शनी

आम किसान यूनियन ने अधिकारियों से की किसानों को मुआवजा राशि देने की मांग

हरदाSep 05, 2018 / 11:37 pm

sanjeev dubey

Exhibit of bad crops

61 गांवों के किसानों ने लगाई खराब फसलों की प्रदर्शनी

हरदा. जिले के हजारों हेक्टेयर में लगी सोयाबीन फसल में स्टेम फ्लाई किट का प्रकोप लगने से फसल बर्बाद हो गई। आम किसान यूनियन द्वारा बुधवार को कृषि उपज मंडी के शेड में खराब फसलों की प्रदर्शनी लगाईगई, जिसमें जिले के 6 1 गांवों के किसान सोयाबीन, उड़द की खराब फसलों के पौधे लेकर आए। वहीं प्रशासनिक और कृषि अधिकारियों के सामने प्रदर्शन कर फसल का सर्वे कर मुआवजा देने की मांग की। संबोधित करते हुए आम किसान यूनियन के केदार सिरोही ने बताया कि वर्तमान में हरदा जिले में 20 हजार हेक्टेयर से अधिक फसल स्टेम फ्लाई किट की वजह से बर्बाद हो चुकी है। किंतु अधिकारियों द्वारा ध्यान नहीं दिया रहा है। इसलिए प्रदर्शन कर अधिकारियों का फसलें दिखाई गईं। सिरोही द्वारा किसानों को पिछले वर्ष के बीमा विसंगति के बारे में भी बताया।
125 करोड़ फसल बीमा का नुकसान
जिले को प्रशासनिक भूल से 125 करोड़ रुपए का फसल बीमा राशि का नुकसान हुआ है। कृषि उप संचालक एमपीएस चंद्रावत, कपिल बेड़ा एवं तहसीलदार, नायब तहसीलदार और उप पंजीयक सहकारिता को भेजा। कृषि अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान बीमारी स्टेम फ्लाई किट की वजह से हो रही है। जिन प्रभावित क्षेत्रों की सूचना विभाग को मिल रही है, वहां पर विभाग द्वारा लगातार निरीक्षण किया जा रहा है। उप पंजीयक सहकारिता ने कहा कि फसल बीमा की जो राशि सहकारी बैंकों में आई है, उनका नगद वितरण किसानों को किया जाएगा। तहसीलदार ने बताया कि जिन गांवों से शिकायत प्राप्त हुई है, वहां पटवारियों द्वारा निरीक्षण किया जा रहा है। उसके बाद दल गठित कर समस्त प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर नजरिए आंकलन की रिपोर्ट सार्वजनिक कर पंचायत स्तर पर चस्पा की जाएगी। फसल कटाई प्रयोग करके पंचनामा बनाकर उसकी प्रति पंचायत स्तर पर चस्पा की जाएगी। अधिकारियों ने किसानों द्वारा लाए गए फसल के पौधों का निरीक्षण किया।
डोंमरी में उड़द की फसल में बीमारियां लगने होने लगी नष्ट
कांकरिया. क्षेत्र के किसानों की उड़द की फसल में बीमारियां लगने से नष्ट हो रही है। फसल के पत्ते पीले पड़कर सूखने लगे हैं। कुछ फलियां आई भी है तो उनमें दाना बारीक है। जो कि फलियों के अंदर ही मुरझाने लगे है। किसानों ने बताया कि फसल खराब होने से नुकसान उठाना पड़ रहा है। कृषि विस्तार अधिकारियों द्वारा समय पर सलाह नहीं दी जाती है। इससे किसान मनचाही दवाओं का छिड़काव फसलों पर करते है। इससे बीमारी रुकने की बजाए फैलती है। डोमरी कला एवं डोमरी खुर्दे के किसानों ने उड़द फसल का सर्वे कराने एवं मुआवजा दिलाने की मांग की है। इस संंबंध में किसान ओमप्रकाश, जयराम, लक्ष्मीनारायण, गणेशराम, मालाजी, रामभरोस, ओमप्रकाश, दुर्गाबाई, सत्नारायण सहित करीब 20 किसानों ने जनसुनवाई में कलेक्टर के नाम आवेदन देकर फसल का सर्वे का कराकर राहत एवं बीमा राशि दिलाने की मांग की है।
कृषि वैज्ञानिक व अधिकारी नहीं देते सलाह-
करणपुरा, सेनगुड़ माल, सेनगुड़ दमामी में किसानों की करीब 250 एकड़ की उड़द फसल बीमारी लगने से खराब हो गई है। बुधवार को करणपुरा पंचायत के सरपंच सहित किसानों ने वरिष्ठ अधिकारियों सहित वैज्ञानिकों से क्षेत्र का दौरा कर फसलों का निरीक्षण करने की मांग की है। ओम सोलकी, लखन सोलंकी, लालू सोलंकी सरपंच हरिराम मेहंदिया ने बताया गांव में लगभग किसानों ने 250 से 300 एकड़ में उड़द की फसल बीमारी की गिरफ्त में आने से बर्बाद हो चुकी है। लागत भी नहीं निकलने की उम्मीद है। उन्होंने प्रशासन से सर्वे कराकर उचित मुआवजा राहत राशि दिलाने की मांग की है। पांचातलाई के किसान रामाधार विश्नोई ने बताया उड़द की फसल बर्बाद होने की कगार पर पहुंच गई हैं
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