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हरदा

रेत नहीं मिल रही तो नदी किनारों से बेरोकटोक ढोई जा रही बजरी

अवैध खनन रोकने की दिशा में लगातार कार्रवाई न होने से बनी स्थिति

हरदाSep 18, 2018 / 12:15 pm

sanjeev dubey

Illegal excavation

रेत नहीं मिल रही तो नदी किनारों से बेरोकटोक ढोई जा रही बजरी

टिमरनी. विकासखंड में नर्मदा, गंजाल नदी सहित अन्य छोटी-बड़ी नदियों किनारे इन दिनों बजरी के अवैध उत्खनन का कारोबार जमकर चल रहा है। लछोरा, छीपानेर सहित नर्मदा अन्य घाटों पर पानी के अंदर से रेत निकालकर रात के समय चोरी छुपे ढोई जा रही है। इस दिशा में कार्रवाई को लेकर प्रशासन आंख बंद करे हुए है। मजदूरों से रात के समय नर्मदा नदी के अंदर से रेत निकालकर टै्रक्टर ट्रॉली से भरवाकर ढोई जा रही है। वही गंजाल नदी से भी अवैध उत्खनन का कारोबार चल रहा है। राजस्व विभाग की टीम दारा कुछ दिनों पहले सुबह के समय छिदगांव मेल के पास कारवाई करते हुए करीब 14 ओवरलोड डंपर एवं 6 ट्रैक्टर ट्रॉलियों को पकड़ा गया था। इस कार्रवाई के बाद भी अवैध करोबार रुक नहीं रहा। छीपानेर नाव घाट के सामने पडऩे वाले सीहोर जिले के घाट पर नर्मदा नदी के भीतर से किश्तियों के माध्यम से रेत निकालकर उस पार ढेर लगाया जा रहा है। घाट पर लगे अवैध रेत के ढेर को टै्रक्टर ट्रॉलियों के माध्यम से ढोया जा रहा है। गोदागाव गंगेश्वरी में भी रेत की बजाए बजरी का अवैध उत्खनन का कारोबार जमकर चल रहा है।
गोंदागांव मठ के सामने से निकाली जा रही बजरी
गोदागाव गंगेश्वरी में स्थित प्राचीन मठ के सामने से अवैध उत्खनन कर बजरी निकाली जा रही है। गांव के ही एक ग्रामीण ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि तड़के 3 बजे से ही अवैध कारोबार शुरू हो जाता है। नदी में पानी के अंदर से मजदूरों दारा बजरी निकाल कर टै्रक्टर ट्रॉलियों में भरी जाती है। रेत माफिया द्वारा सुबह 7 बजे तक अवैध बजरी ढोने का कार्य किया जाता है। ग्रामीणों ने बताया कि अवैध बजरी के उत्खनन के चलते नर्मदा नदी के अंदर गड्ढे हो गए हैं। घाट पर नहाते समय गड्ढे में पैर उतर जाने से किसी दिन बड़ा हादसा भी हो सकता है। नदियों में लगातार हो रहे रेत-बजरी के अवैध उत्खनन के चलते जलीय जीव जंतुओं एवं किनारे लगे पेड़ पौधों पर खतरा मंडराता रहता है।
इनका कहना है
मुझे आपसे जानकारी मिली है। टै्रक्टर ट्रॉली जहां से निकलती है वहां औचक निरीक्षण कर धरपकड़ की कार्रवाई करेंगे। पुलिस को भी इसकी सूचना दी जाएगी।
– अलका एक्का, तहसीलदार टिमरनी

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