ब्लॉक में हैं 13 छात्रावास
खिरकिया विकासखंड के अंतर्गत कुल 13 आदिवासी छात्रावास हंै। जिसमें 5 बालिका छात्रावास एवं 8 बालक छात्रावास हैं। इनमें 6 50 विद्यार्थी रहकर शासकीय विद्यालयों में अध्ययन करते हैं। इन छात्रावासों में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा खाद्यान्न की व्यवस्था करायी जाती है, जिसके लिए नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा प्रतिमाह खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाता है लेकिन वर्तमान में अभी तक जनवरी माह का खाद्यान्न इन छात्रावासों को आवंटित नहीं हो सका है। जिससे छात्रावास में खाद्यान्न संबंधी समस्या गहरा रही है।
पोर्टल लॉक, नान ने खड़े किए हाथ
नागरिक आपूूर्ति निगम द्वारा छात्रावासों को खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाता है। 31 जनवरी को नागरिक आपूर्ति निगम का पोर्टल बंद हो गया है। पोर्टल बंद होने के कारण खाद्यान्न का आवंटन पोर्टल पर दर्ज नहीं किया जा सका है। जिसके कारण नागरिक आपूर्ति निगम खाद्यान्न जारी नहीं कर पा रहा है। इसके पूर्व जुलाई, अगस्त व सितंबर में भी राशन नहीं दिया गया था। वर्तमान में एक माह की देरी से राशन मिल रहा है। जनवरी माह का राशन फरवरी के प्रारंभ में मिल जाना था लेकिन अभी तक राशन छात्रावासों को आवंटित नहीं हो सका है।
यह है खाद्यान्न का कोटा
खिरकिया में 2 बालिका एवं 2 बालक, सिराली 1 बालक एवं 1 बालिका छात्रावास है। इसी तरह बालक बालिका पीपल्या, बालक बालिका आश्रम खुदिया, महेन्द्रगांव बालक, गोमगांव बालक, मोरगढ़ी बालक एवं मकड़ाई बालक छात्रावास है। 50 सीट वाले इन छात्रावासों में विकासखंड के विभिन्न ग्रामों से आने वाले चयनित 50-50 विद्यार्थी अध्ययन करते हैं। इन छात्रावासों में खाद्यान्न की व्यवस्था के लिए नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा लगभग 5 क्विंटल 23 किलो गेहूं एवं 1 क्विंटल 8 किलो चावल उपलब्ध कराया जाता है लेकिन अभी तक इन छात्रावासों को राशन का आवंटन नहीं किया गया है। नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा राशन का आवंटन उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से कराया जाता है।
बाजार से खरीद रहे खाद्यान्न
नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा खाद्यान्न उपलब्ध नहीं कराए जाने से छात्रावास में बच्चों के खाद्यान्न के लिए बाजार से खाद्यान्न खरीदना पड़ रहा है। जिससे छात्रावासों का व्यय बढ़ रहा है। प्रतिमाह बड़ी मात्रा में खाद्यान्न की खपत इन छात्रावासों में होती है। ऐसे में बाजार से महंगे मूल्य में खाद्यान्न की खरीदी करनी पड़ रही है। छात्रावासों में बन रही इस समस्या से जिम्मेदारों को कोई सरोकार नहीं है।
इनका कहना है
नागरिक आपूर्ति निगम का पोर्टल लॉक होने से छात्रावासों को खाद्यान्न नहीं दिया जा सकता है। इस संबंध में भोपाल में वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया है। शीघ्र पोर्टल चालू होने पर खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाएगा।
अमृता दुबे, खाद्य अधिकारी खिरकिया
खिरकिया विकासखंड के अंतर्गत कुल 13 आदिवासी छात्रावास हंै। जिसमें 5 बालिका छात्रावास एवं 8 बालक छात्रावास हैं। इनमें 6 50 विद्यार्थी रहकर शासकीय विद्यालयों में अध्ययन करते हैं। इन छात्रावासों में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा खाद्यान्न की व्यवस्था करायी जाती है, जिसके लिए नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा प्रतिमाह खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाता है लेकिन वर्तमान में अभी तक जनवरी माह का खाद्यान्न इन छात्रावासों को आवंटित नहीं हो सका है। जिससे छात्रावास में खाद्यान्न संबंधी समस्या गहरा रही है।
पोर्टल लॉक, नान ने खड़े किए हाथ
नागरिक आपूूर्ति निगम द्वारा छात्रावासों को खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाता है। 31 जनवरी को नागरिक आपूर्ति निगम का पोर्टल बंद हो गया है। पोर्टल बंद होने के कारण खाद्यान्न का आवंटन पोर्टल पर दर्ज नहीं किया जा सका है। जिसके कारण नागरिक आपूर्ति निगम खाद्यान्न जारी नहीं कर पा रहा है। इसके पूर्व जुलाई, अगस्त व सितंबर में भी राशन नहीं दिया गया था। वर्तमान में एक माह की देरी से राशन मिल रहा है। जनवरी माह का राशन फरवरी के प्रारंभ में मिल जाना था लेकिन अभी तक राशन छात्रावासों को आवंटित नहीं हो सका है।
यह है खाद्यान्न का कोटा
खिरकिया में 2 बालिका एवं 2 बालक, सिराली 1 बालक एवं 1 बालिका छात्रावास है। इसी तरह बालक बालिका पीपल्या, बालक बालिका आश्रम खुदिया, महेन्द्रगांव बालक, गोमगांव बालक, मोरगढ़ी बालक एवं मकड़ाई बालक छात्रावास है। 50 सीट वाले इन छात्रावासों में विकासखंड के विभिन्न ग्रामों से आने वाले चयनित 50-50 विद्यार्थी अध्ययन करते हैं। इन छात्रावासों में खाद्यान्न की व्यवस्था के लिए नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा लगभग 5 क्विंटल 23 किलो गेहूं एवं 1 क्विंटल 8 किलो चावल उपलब्ध कराया जाता है लेकिन अभी तक इन छात्रावासों को राशन का आवंटन नहीं किया गया है। नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा राशन का आवंटन उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से कराया जाता है।
बाजार से खरीद रहे खाद्यान्न
नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा खाद्यान्न उपलब्ध नहीं कराए जाने से छात्रावास में बच्चों के खाद्यान्न के लिए बाजार से खाद्यान्न खरीदना पड़ रहा है। जिससे छात्रावासों का व्यय बढ़ रहा है। प्रतिमाह बड़ी मात्रा में खाद्यान्न की खपत इन छात्रावासों में होती है। ऐसे में बाजार से महंगे मूल्य में खाद्यान्न की खरीदी करनी पड़ रही है। छात्रावासों में बन रही इस समस्या से जिम्मेदारों को कोई सरोकार नहीं है।
इनका कहना है
नागरिक आपूर्ति निगम का पोर्टल लॉक होने से छात्रावासों को खाद्यान्न नहीं दिया जा सकता है। इस संबंध में भोपाल में वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया है। शीघ्र पोर्टल चालू होने पर खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाएगा।
अमृता दुबे, खाद्य अधिकारी खिरकिया