शहर के विकासनगर, शकूर, सत्तार कॉलोनी, जोशी कॉलोनी सहित अन्य कॉलोनियों में गत वर्ष नगर पालिका ने सड़क व नाली निर्माण कराने के लिए भूमिपूजन किया था। किंतु आज भी यहां पर काम शुरू नहीं हो पाया है। वार्डवासियों ने बताया कि विधानसभा चुनाव के पूर्व नगर पालिका द्वारा शहर के विकासनगर के लोगों को लुभाने के लिए एक गली में सीमेंट कांक्रीट सड़क निर्माण भूमिपूजन किया गया था। भूमिपूजन के साथ ही यहां कार्यकराने को लेकर पत्थर लगाया गया था, वहीं गिट्टी भी लाकर रख दी गईथी। किंतु 8 महीने बाद भी सड़क नहीं बनाई गई। लोगों को सड़क में बने गड्ढों एवं उभरी हुईं गिट्टियों में से ही आना-जाना करना पड़ रहा है। दिन में तो जैसे-तैसे निकल जाते हैं, लेकिन रात्रि में सड़क से आवागमन करना मुश्किल होता है। लोगों ने बताया कि विधानसभा चुनाव के समय नपा से सड़क बनाने के लिए कहा गया था तो उन्होंने चुनाव आचार संहिता का हवाला देकर पल्ला झाड़ लिया था।
शहर के वार्ड २८ की शकूर सत्तार, जोशी कॉलोनी, विकासनगर सहित अन्य कॉलोनियों में रोड, नालियों का निर्माण नहीं होने से नागरिकों को परेशानियां उठानी पड़ रही हैं। बारह महीने घरों के आसपास गंदा पानी जमा रहने से कॉलोनियों में गंदगी पसरी हुई है। लोगों ने बताया कि कच्ची नालियों की सफाई भी नगर पालिका द्वारा नहीं करवाईजा रही है। गंदा पानी सड़क पर फैल गया है। रोजाना हमें ही सफाई व पानी निकासी की व्यवस्था करना पड़ रही है। नगर पालिका से कोई सफाईकर्मी नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान प्रचार करने आए जनप्रतिनिधियों ने जीतने के बाद सबसे पहले वार्डों में सड़क, नाली की व्यवस्था का आश्वासन दिया था, किंतु चुनाव जीतने के बाद कोई भी उनकी समस्याएं हल कराने के लिए नहीं आया।
शहर की अधिकांश कॉलोनियों में खाली प्लॉट पड़े हुए हैं, जिनमें घरों से निकलना वाला पानी जमा हो गया है। इसकी वजह से आसपास के घरों की दीवारों में सीलान बनी रहती है, वहीं गंदे पानी की वजह से मच्छरों का प्रकोप बारह महीने रहता है, जिससे लोग बीमार रहते हैैं। एक साल पहले नगर पालिका से लोगों ने खाली पड़े प्लॉटों में जमा पानी हटाने की शिकायत की थी। जिस नपा ने नागरिकों से प्लॉट मालिकों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था। किंतु एक साल में भी नगर पालिका प्लाटों के मालिकों को नहीं तलाश पाई थी। हालांकि गत दिवस नपा ने पानी भरे प्लॉटों पर उसे बेचने का बोर्ड लगा दिया है। वहीं कुछ लोगों को नोटिस भेजने की बात कही जा रही है। देखना है कि नपा कितने प्लॉट मालिकों पर कार्रवाई करती है।
पहले शहर ३० वार्डों मेें सिमटा हुआ था। बाद में नपा ने शहर की सीमा वृद्धि करके वार्ड 31 डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम वार्ड, 32 शहीद दीपसिंह चौहान वार्ड, 33 वीर तेजाजी वार्ड, 34 वीर दुर्गादास वार्ड और वार्ड 35 वीर सावरकर वार्ड बनाया था। पूर्वमुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने एक-एक करोड़ रुपए से उक्त वार्डों में विकास कराने का सपना दिखाया था। घोषणा के करीब छह माह बाद भी शासन ने राशि नहीं भेजी थी। आज नए वार्ड के लोग शहरी क्षेत्र में आकर अपने आपकों ठगा महसूस कर रहे हैं। किसी भी वार्ड में नए विकास कार्यनहीं हो पाए हैं।
अभी नपा में राशि कम आ रही है। इसलिए वार्डों में सड़क, नालियों का काम शुरू नहीं कर पा रहे हैं। जल्द ही कुछजगहों पर काम शुरूहो जाएगा। खाली प्लॉट पर पानी जमा रहने पर उनके मालिकों को नोटिस दिए जा रहे हैं। कईप्लॉट मालिकों के नाम पता नहीं चल पा रहे हैं। यदि उनके द्वारा प्लॉट पर मुरुम नहीं भरी गई तो उनके खिलाफ कार्रवाईकर जुर्माना किया जाएगा।
दिनेश मिश्रा सीएमओ, नगर पालिका हरदा