गांव के निवासी राम काजले,सोहन,मुकेश,परमसुख आदि ने यह डीपी केवल नल जल योजना के संचालन के लिए ही विभाग ने लगाई है। डीपी लगाते समय पीएचई के अधिकारियों ने स्पष्ट कहा था कि इससे खेती में सिंचाई के या कोई व्यवसायिक कनेक्शन नहीं दिए जाएंगे। ग्रामीणों ने कहा कि दावे के विपरित कुछ लोगों ने यहां से तार डालकर खेतों में सिंचाई शुुरु कर दी। जिससे व्यवस्था बिगड़ रही है। गांव के लोग सीएम हेल्प लाइन,विधायक और कलेक्टर से भी जन सुनवाई में शिकायत कर चुके है लेकिन बिजली कंपनी ने मनमानी से कनेक्शन लेने या सांठगांठ करने वाले लाइनमेन पर कार्रवाई कर इन्हें नहीं हटाया।
सरकार ने पीएचई के जरिए जल जीवन मिशन के लिए 27.41 लाख रुपए की प्रशासकीय मंजूर दी। जिससे उमरधा में 25 एचपी क्षमता का सबमर्सिबल पंप सेट लगाया गया। 1816 मीटर लंबाई में एचडीपीआई पाइप डाले गए। इससे गांव के 80 घरेलू नल कनेक्शन संचालित होते हैं। मुरैना की भगवती इंटरप्राइजेस कंपनी निर्माण एजेंसी थी। मौके पर कंपनी द्वारा काम के संबंध में लगाए गए बोर्ड पर एजेंसी का नाम के साथ काम शुरु करने की तारीख 22 जून 2021 लिखी है,लेकिन काम पूरा होने की तारीख का कोई जिक्र नहीं है।
-आरके अग्रवाल,डीजीएम,बिजली कंपनी हरदा