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हरदा

नौ हाईस्कूल का परिणाम 40 फीसदी से कम आने पर प्राचार्यों को फटकारा

कलेक्टर ने ली शिक्षकों की क्लास

हरदाJun 06, 2019 / 10:20 pm

pradeep sahu

नौ हाईस्कूल का परिणाम 40 फीसदी से कम आने पर प्राचार्यों को फटकारा

नौ हाईस्कूल का परिणाम 40 फीसदी से कम आने पर प्राचार्यों को फटकारा

हरदा. जिले के 9 हाईस्कूल ऐसे हैं जहां का रिजल्ट 40 फीसदी से कम रहा। एक स्कूल का रिजल्ट तो सबसे कम ६.६७ प्रतिशत ही आया। शैक्षणिक व्यवस्था में सुधार को लेकर गुरुवार को जिला पंचायत के सभाकक्ष में आयोजित मैराथन बैठक में यह तथ्य सामने आने पर कलेक्टर ने संबंधित स्कूलों के प्राचार्यों को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने तीन साल के रिजल्ट के आंकड़ों के आधार पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए। हाईस्कूल परीक्षा के परिणामों की समीक्षा के दौरान बताए गए आंकड़ों को सुनकर कलेक्टर दंग रह गए। जिला मुख्यालय पर स्थित नवीन हाईस्कूल का रिजल्ट भी बेहद खराब रहा। यहां 31 में से 11 परीक्षार्थी ही उत्तीर्ण हो सके। वहीं 4 को पूरक मिली। स्कूल का रिजल्ट ३५.४८ प्रतिशत रहा। स्कूल में प्राचार्य सहित आठ शिक्षक के पद स्वीकृत हैं। इनमें से पांच पर शिक्षक कार्यरत हैं। खाली तीन पदों पर अतिथि शिक्षकों को तैनात किया गया था। इसके बावजूद रिजल्ट बेहद खराब आने पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई। यहीं हाल अन्य स्कूलों के भी रहे।
शासकीय हाईस्कूल झाड़बीड़ा का ३६.८४ प्रतिशत, कचनार का ३६.३६, शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रहटगांव का ३२.८९, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मोरगढ़ी का ३१.१६, नयापुरा का २८.५७, सुंदरपानी का २५, रामटेक रैयत का १५.६३ तथा धौलपुर कला का सबसे कम ६.६७ प्रतिशत रिजल्ट रहा। कलेक्टर विश्वनाथन ने इन स्कूलों के प्राचार्यों को फटकार लगाई। उन्होंने विगत 3 वर्षों के परीक्षा परिणाम के आधार पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी सीएल टैगोर, जिला परियोजना समन्वयक डॉ. आरएस तिवारी, डाइट प्राचार्य एमके गुप्ता, सभी प्राचार्य, बीआरसी, बीईओ, बीएसी, जनशिक्षक, विकासखंड जेंडर समन्वयक आदि उपस्थित रहे।
अतिथि शिक्षकों को दोबारा नहीं रखेंगे- शासन ने ऐसे स्कूलों के अतिथि शिक्षकों को नए शिक्षण सत्र में दोबारा नियुक्त न करने के निर्देश दिए हैं जिनके स्कूलों का रिजल्ट ४० प्रतिशत से कम है। सरकार का मानना है कि अतिथि शिक्षकों को नियुक्त करने के बावजूद परिणामों में सुधार नहीं आया। लिहाजा इन अतिथि शिक्षकों को दोबारा मौका नहीं दिया जाए।
एक लाख पौधे लगाएगा शिक्षा विभाग – बैठक में निर्देश दिए गए कि पालक शिक्षक संघ की बैठक प्रतिमाह आयोजित की जाए। जिसमें बच्चे के शैक्षणिक स्तर से पालकों को अवगत कराया जाए। साथ ही पर्यावरण संरक्षण का संदेश बच्चों तक पहुंचे इसके लिए प्रत्येक बच्चे को 2 पौधे लगाने एवं उनके संरक्षण के लिए प्रेरित किया जाए। इसी के तहत शिक्षा विभाग ने जिले में 1 लाख पौधे रोपने का लक्ष्य तय किया है।
बच्चों को स्कूल से जोडऩे होगी ग्रामसभा – सरकारी स्कूलों से बच्चों को जोडऩे के लिए आमजन की सहभागिता बढ़ाई जाएगी। कलेक्टर के निर्देशानुसार इसके लिए अगले महीने ग्राम सभा का आयोजन होगा। बैठक में कलेक्टर ने हर स्कूल में पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने कहा कि जहां अव्यवस्था है उन स्कूलों की सूची समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में दी जाए।
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