scriptसिराली की हरी मिर्ची की महाराष्ट्र, गुजरात और दुबई में डिमांड | Sirali's green chillies demand in Maharashtra, Gujarat and Dubai | Patrika News

सिराली की हरी मिर्ची की महाराष्ट्र, गुजरात और दुबई में डिमांड

locationहरदाPublished: Dec 29, 2021 02:18:29 pm

Submitted by:

Subodh Tripathi

मिर्ची की अच्छी पैदावार एवं क्वालिटी होने पर गुजरात एवं महाराष्ट्र के व्यापारी सीधे किसानों से मिर्ची खरीद रहे हैं। रोजाना क्षेत्र में 8 ट्रक हरी मिर्ची बाहर जा रही है।

सिराली की हरी मिर्ची की महाराष्ट्र, गुजरात और दुबई में डिमांड

सिराली की हरी मिर्ची की महाराष्ट्र, गुजरात और दुबई में डिमांड

सिराली. सिराली एवं आसपास के गांवों में कुछ किसानों द्वारा पारंपरिक खेती के साथ सब्जियोंं की पैदावार की जा रही है। इस क्षेत्र में पैदा होने वाली हरी मिर्ची की दूसरे जिलों के साथ गुजरात महाराष्ट्र एवं दुबई भेजी जा रही है। किसान राजेश बांके बंदीमुहाडिय़ा ने बताया कि क्षेत्र में किसानों ने लगभग 500 एकड़ में मिर्ची लगाई है।

अच्छी पैदावार एवं क्वालिटी

इस बार मिर्ची की अच्छी पैदावार एवं क्वालिटी होने पर गुजरात एवं महाराष्ट्र के व्यापारी सीधे किसानों से मिर्ची खरीद रहे हैं। रोजाना क्षेत्र में 8 ट्रक हरी मिर्ची बाहर जा रही है। व्यापारी खेतों से ही मिर्ची से जा रहे हैं। यही भाव रहा तो लगभग 6 से 7 लाख रुपए की मिर्ची प्रति एकड़ में निकलेगी।

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मुंबई से भेजी जाती है दुबई
गुजरात के व्यापारी दयानंद तिवारी ने बताया कि सिराली में मिर्ची की क्वालिटी अच्छी होने पर मांग बढ़ रही है। हम ट्रक मुंबई के लिए भरते हैं। मुंबई से यह मिर्ची दुबई भेजते हैं। दुबई में व्यापारियों को अच्छा भाव मिल रहा है। जिस कारण क्षेत्र में दूसरे व्यापारी भी आकर किसानों की मिर्ची लेकर जा रहे हैं। वर्तमान में महाराष्ट्र्र, गुजरात एवं अन्य प्रांतों में यह मिर्ची बेच रहे हैं और मुनाफा भी अच्छा कमा रहे हैं।

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गेहूं को फायदा, चना को नुकसान की आशंका

मसनगांव क्षेत्र में मंगलवार सुबह बादल छाने और कोहरा होने से किसान चिंतित रहे। बादल छाने से मावठे की संभावना तो है जो गेहूं के लिए फायदेमंद होगी लेकिन चने फसल में नुकसान हो सकता है। क्योंकि इस समय चना फूल पर है। जिसमें सर्दी की आवश्यकता है। वहीं बादल छाने से ईल्लियां लग सकती हैं। किसानों का कहना है कि यदि अब बरसात होती है तो वह चने की फसल के लिए नुकसानदायक साबित होगी। क्योंकि चना में जड़ सडऩ जैसे रोग तेजी से फैल रहा है। पीली पड़कर सूख रही है। जिसमें महंगी दवाओं का स्प्रे किया जा रहा है। किसान राकेश ने बताया कि जिन किसानो ने चने की फसल में दूसरा पानी दिया है वह खराब हो रही है।

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