खिरकिया। रेल व्यवस्थाएं चौथे दिन भी बहाल
नहीं हो सकी। समय बीतने के साथ साथ व्यवस्थाओं मे सुधार के बजाय समस्याएं बढ़ती जा
रही है। ऎसी स्थिति मे अन्य साधनों से यात्रियों को सुविधाएं उपलब्ध कराने के बजाय
रेल प्रबंधन द्वारा मौजूदा सुविधाओं मे भी कटौती की जा रही है, जो यात्रियों को लिए
परेशानियों का सबब बनी हुई है।
सबसे महत्वपूर्ण सवारी गाडियों को नहीं चलाए
जाने के कारण परेशानियां हो रही है। कई आसपास के स्टेशनों पर पैसेंजर के अलावा कोई
भी सीधे साधन नहीं है। खिरकिया से छनेरा के मध्य आने वाले स्टेशनों पर पैसेंजर के
अलावा कोई साधन नहीं है। अगर साधन है भी तो स्टेशनों से कई किमी दूर है। शनिवार को
भी स्टेशन पर रूकने वाली यात्री ट्रेने रद्द रही। डाउन पंजाब मेल एक्सप्रेस, जनता
एक्सप्रेस निरस्त रहीं। पठानकोठ एक्सप्रेस लगभग 8 घंटे लेट चली। अप में पैजेंसर,
कुशीनगर निरस्त रही। शेष घंटों देरी से पहुंची। किसी मार्ग पर परेशानियां आती है तो
डेमो टे्रन चलाकर सुविधा दी जाती है, लेकिन ऎसा भी नहीं किया जा रहा।
सुविधा
मुहैया कराए
गरीब एवं ग्रामीण यात्रियों की यात्रा पैसेंजर सवारी गाडियों पर
आधारित होती है। लेकिन रेल प्रबंधन द्वारा इटारसी भुसावल खंड की सभी पैसेंजर
गाडियों को दो सप्ताह तक नहीं चलाए जाने का निर्णय लिया गया है। 20 जून से लेकर 3
जुलाई तक पैसेंजर रद्द रखने की बात कही जा रही है। यात्रियों ने बताया कि इस तरह की
स्थिति के दौरान यात्रियों को अन्य सुविधाएं मुहैया करानी चाहिए, लेकिन रेलवे
द्वारा सुविधा में वृद्धि करने के बावजूद मौजूद सुविधाओं का लाभ भी यात्रियों को
नहीं दिया जा रहा है। अधिकांश गाडियां रद्द एवं घंटों देरी से होने के कारण
यात्रियों को सुविधाएं नहीं मिल रही है। बड़ी गाडियों का परिचालन लगातार किया जा
रहा है, जिन्हें छोटे स्टेशनों पर रोककर यात्रियों को सुविधा दी जा सकती है।
हो
रही परेशानी
सबसे अधिक परेशानियां अप-डाउनर्स एवं विद्यार्थियों को उठानी पड़
रही है। बस की यात्रा ट्रेनों की अपेक्षा महंगी साबित हो रही है। इसके अलावा जो लोग
निजी वाहनों के माध्यम से भी सफर पर निकल रहे हैं, उन्हें भी महंगाई सहित अन्य मार
झेलनी पड़ रही।
फिलहाल कोई आदेश प्राप्त नहीं हुए हैं
ट्रेन को निरस्त
किए जाने संबंधी फिलहाल कोई आदेश प्राप्त नहीं हुए हंै। समाचार पत्रों के माध्यम से
ही ऎसी जानकारी लगी है। पीएल चौहान, स्टेशन अधीक्षक खिरकिया