कृषि विभाग के हैंडओवर नहीं किया भवन – जिले में मात्र हरदा में ही मिट्टी की जांच प्रयोगशाला में की जाती है। खिरकिया एवं टिमरनी में प्रयोगशाला बनकर तैयार है लेकिन जांच होना शुरू नहीं हुई है। मंडी बोर्ड द्वारा लाखों रुपए की लागत से मंडी परिसर में मिट्टी प्रयोगशाला भवन बनाया गया है। लेकिन अभी तक बोर्ड द्वारा कृषि विभाग के हैंडओवर नहीं किया गया है। मिट्टी प्रयोगशाला भवन के बनते बनते कई साल बीत चुके है। विभागीय लेटलतीफी के चलते किसानों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। क्षेत्र के किसानों द्वारा प्रयोगशाला शुरू करने की मांग को लेकर अधिकारियों को आवेदन भी दिया जा चुका है। इसके बावजूद भी अभी तक प्रयोगशाला भवन चालू नहीं हो सका है।
इनका कहना है…
&अभी मिट्टी प्रयोगशाला भवन हैंडओवर नहीं किया है। हैंडओवर होने के बाद प्रयोगशाला शुरू हो जाएगी।
देवीसिंह वर्मा, सहायक संचालक, कृषि विभाग, टिमरनी निर्माणाधीन मार्ग पर फंस रहे वाहन दीपगांव कला. इन दिनों निर्माणीधीन सिराली-चारुवा मार्ग पर वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ठेकेदार द्वारा पुराने मार्ग का उखड़ाने से आए दिन वाहन फंस रहे है। यह समस्या दिनों दिन बड़ती जा रही है। ऐसे में कई यात्री बसों के संचालकों ने इस मार्ग पर बसे चलाना ही बंद कर दिया है। वहीं अन्य वाहन चालक भी इस मार्ग से गुजरने से बचते है। लेकिन ठेकेदार एवं विभागीय अधिकारियों द्वारा वाहन चालकों की इस समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है। विगत दिवस इस मार्ग पर यात्री बस के फंसने पर बड़ी मशक्कत के बाद जेसीबी के माध्यम से निकाली गई।
&अभी मिट्टी प्रयोगशाला भवन हैंडओवर नहीं किया है। हैंडओवर होने के बाद प्रयोगशाला शुरू हो जाएगी।
देवीसिंह वर्मा, सहायक संचालक, कृषि विभाग, टिमरनी निर्माणाधीन मार्ग पर फंस रहे वाहन दीपगांव कला. इन दिनों निर्माणीधीन सिराली-चारुवा मार्ग पर वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ठेकेदार द्वारा पुराने मार्ग का उखड़ाने से आए दिन वाहन फंस रहे है। यह समस्या दिनों दिन बड़ती जा रही है। ऐसे में कई यात्री बसों के संचालकों ने इस मार्ग पर बसे चलाना ही बंद कर दिया है। वहीं अन्य वाहन चालक भी इस मार्ग से गुजरने से बचते है। लेकिन ठेकेदार एवं विभागीय अधिकारियों द्वारा वाहन चालकों की इस समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है। विगत दिवस इस मार्ग पर यात्री बस के फंसने पर बड़ी मशक्कत के बाद जेसीबी के माध्यम से निकाली गई।