कांग्रेस का सिपाही होने के नाते वे यह बात प्रभारी मंत्री को बताने आए थे, लेकिन उन्होंने अपमानित किया। वर्मा का कहना था कि वे खिरकिया के किसानों की समस्या भी बताना चाहते थे, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। वहां मौजूद कांगे्रस नेताओं के हस्तक्षेप नहीं करने पर वर्मा का कहना रहा कि सब नेता चाटुकारिता करते हैं। कोई कुछ नहीं कहता। हालांकि जियोस की बैठक से बाहर निकलने पर वर्मा ने प्रभारी मंत्री से दोबारा चर्चा की। इस बार वे नरमी से पेश आए।
विधायक कमल पटेल, टिमरनी विधायक संजय शाह, सांसद प्रतिनिधि अमरसिंह मीणा सहित अन्य सदस्यों ने जियोस की बैठक का बहिष्कार किया। भाजपा जिला अध्यक्ष अमरसिंह मीणा ने बताया कि जिला प्रशासन कांग्रेस सरकार के दबाव में कार्य कर रहा है। कलेक्टर ने चुने हुए जनप्रतिनिधि जनपद उपाध्यक्ष सुदीप पटेल पर जिलाबदर की कार्यवाही की। इसके उलट रेत व भू-माफिया को खुली छूट दे रहे हैं। मीणा ने मांग कि कलेक्टर को नहीं हटाया गया तो पार्टी जनता के साथ आंदोलन करेगी।