ग्रामीणों के भरोसे चल रही गोशाला-
छिदगांव की गोशाला में 100 मवेशियों को रखने की व्यवस्था है। वहां पर पहले से ही 90 मवेशियों को रखा जा रहा है। शासन द्वारा इन मवेशियों के रखरखाव के लिए कोई भी राशि आवंटित नहीं से यह गोशाला गांव वालों के भरोसे चल रही है। इन गोशालाओ के लिए प्रति गाय 20 रुपए देने की मंजूरी दी गई थी। जबकि एक मवेशी पर घास भूसा दाना के लिए 6 0 रुपए रोज मिलना चाहिए। टिमरनी का कांजी हाउस छोटा होने से कम जगह होने के कारण ज्यादा मवेशी नहीं रख सकते। कांजी हाउस में 70-75 मवेशी को ही रखा जा सकता है।
छिदगांव की गोशाला में 100 मवेशियों को रखने की व्यवस्था है। वहां पर पहले से ही 90 मवेशियों को रखा जा रहा है। शासन द्वारा इन मवेशियों के रखरखाव के लिए कोई भी राशि आवंटित नहीं से यह गोशाला गांव वालों के भरोसे चल रही है। इन गोशालाओ के लिए प्रति गाय 20 रुपए देने की मंजूरी दी गई थी। जबकि एक मवेशी पर घास भूसा दाना के लिए 6 0 रुपए रोज मिलना चाहिए। टिमरनी का कांजी हाउस छोटा होने से कम जगह होने के कारण ज्यादा मवेशी नहीं रख सकते। कांजी हाउस में 70-75 मवेशी को ही रखा जा सकता है।
दुर्घटना का कारण बन रहे आवारा मवेशी-
नगर में सड़क एवं मुख्य मार्गों पर बैठने वाले आवारा पशुओं के कारण आए दिन हादसे हो रहे है। रात में ये मवेशी अंधेरे में बैठे रहते है। वाहन चालकों को अंधेरे में बैठे मवेशी नहीं दिखने के कारण हादसे का शिकार हो जाते है। इसके अलावा ये मवेशी आम लोगों पर हमला कर चोटिल कर देते हंै।
नगर में सड़क एवं मुख्य मार्गों पर बैठने वाले आवारा पशुओं के कारण आए दिन हादसे हो रहे है। रात में ये मवेशी अंधेरे में बैठे रहते है। वाहन चालकों को अंधेरे में बैठे मवेशी नहीं दिखने के कारण हादसे का शिकार हो जाते है। इसके अलावा ये मवेशी आम लोगों पर हमला कर चोटिल कर देते हंै।
कचरा एवं पन्नी खाने को मजबूर मवेशी-
इन बेसहारा मवेशियों को भूसा, खली एवं हरीघास नहीं मिलने से ये सड़कों पर पड़ा कचरा, सड़े गले फल एवं सब्जी और पॉलीथिन खाने को मजबूर है। इन्हें चारा पानी मिलना मुश्किल हो रहा है। इससे ये बीमारियों की चपेट में भी आ रहे है। बुधवार को शंकर मंदिर प्रांगण में एक मवेशी की अज्ञात कारणों से मौत हो गई।
इन बेसहारा मवेशियों को भूसा, खली एवं हरीघास नहीं मिलने से ये सड़कों पर पड़ा कचरा, सड़े गले फल एवं सब्जी और पॉलीथिन खाने को मजबूर है। इन्हें चारा पानी मिलना मुश्किल हो रहा है। इससे ये बीमारियों की चपेट में भी आ रहे है। बुधवार को शंकर मंदिर प्रांगण में एक मवेशी की अज्ञात कारणों से मौत हो गई।
इनका कहना है
नगर के आवारा पशुओं को कांजी हाउस एवं आसपास की गोशालाओ में छोडऩे का निर्णय लिया है। आज से ही इन्हें पकड़कर कांजी हाउस एवं गोशाला में भेजने के निर्देश दिए है।
आर डी शर्मा, मुख्य नगरपालिका अधिकारी, टिमरनी
नगर के आवारा पशुओं को कांजी हाउस एवं आसपास की गोशालाओ में छोडऩे का निर्णय लिया है। आज से ही इन्हें पकड़कर कांजी हाउस एवं गोशाला में भेजने के निर्देश दिए है।
आर डी शर्मा, मुख्य नगरपालिका अधिकारी, टिमरनी