मामला हरदोई जिले के मल्लावां कोतवाली इलाके के ऐठना मिर्जापुर का है। यहां करीब 51 वर्ष के अजय पाल का शव पुलिस ने उसके घर से बरामद किया था। अजय के परिजनों द्वारा उसकी मौत शराब पीकर होने का बताया जा रहा था मगर जब पुलिस ने जानकारी की तो पता चला कि अजय पाल 25 साल पहले घर से चला गया था और कुछ माह पहले ही घर वापस लौटा था । उसके घर से चले जाने के कुछ वर्षों बाद पिता के न रहने पर पैतृक जमीन घर आदि उसके भाई आदि के नाम दर्ज हो गई। उसके वापस लौटने पर आधिकारिक रूप से उसका हिस्सा भी बनता था। इसी बात को लेकर उसके भाई सुरेश ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर अजय की हत्या कर दी । पूरे मामले में मां मूक दर्शक की भूमिका में रही जिसके चलते हत्या की साजिश में उसका नाम सामने आया । पुलिस ने शव की हालात देखकर कत्ल की वारदात होने के बाद चौकीदार की तहरीर पर भाई सुरेश, उसकी मां और पत्नी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया।