पुलिस के आला अफसर इस पूरे मामले से बचते नजर आ रहे हैं। सीओ सिटी शैलेंद्र सिंह ने इम मामले में कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से मना कर दिया। भाजपाइयों के इस बवाल पर पार्टी जिलाध्यक्ष श्रीकृष्ण शास्त्री ने कहा कि यह कोई गंभीर बात नहीं हैं।
क्या है पूरा मामला
रविवार की रात पुलिस वाहन चेकिंग कर रही थी, तभी चेकिंग के दौरान एक मोटरसाइकिल सवार से जब गाड़ी के कागज मांगे गए तो उसने खुद को भाजपा का नेता बताया, जिसके बाद पुलिस ने दोबारा कागज मांगे तो नेताजी ने गर्मी दिखानी शुरू कर दी। फिर क्या था पुलिस ने उनका चालान कर दिया और फिर सत्ता की हनक दिखाने का सिलसिला शुरु हुआ।
दरअसल जिसका चालान हुआ वह भारतीय जनता पार्टी के नगर महामंत्री जीत ठाकुर का छोटा भाई बब्बू है। बताया जाता है सिनेमा चौराहे पर चेकिंग के दौरान जब राहुल सिंह नाम के दरोगा ने महामंत्री के छोटे भाई को रोका तो उसने खुद को भाजपा का नेता बताया। नेताजी की बात को दरकिनार कर दरोगा जी ने गाड़ी के कागज मांग लिया। फिर क्या था नेताजी को दरोगा का अंदाज नागवार गुजरा लिहाजा फोन के माध्यम से बड़े नेताओं को सूचना दी गई और उसके बाद भाजपा जिला अध्यक्ष श्री कृष्ण शास्त्री जिला प्रभारी नीरज सिंह व जिले के चुनाव प्रभारी गोविंद पांडेय मौके पर पहुंचे और सिनेमा चौराहे पर ही हंगामा करने लगे। दरोगा पर जबरन दबाव बनाया जाने लगा।
भाजपाइयों ने कोतवाली का घेराव किया
बवाल बढ़ता देख पुलिसकर्मियों ने जब भाजपाइयों को साइड में किया तो भाजपा नेता सीधे कोतवाली शहर पहुंचे और वहां पर कोतवाली का घेराव किया। किसी तरह मामले को शांत कराया गया। हालांकि, इस पूरे मसले से पुलिस कुछ भी बोलने से कतरा रही है।