मनरेगा की राशि से शुभारंभ गौवंश आश्रय स्थलों की समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी पुलकित खरे ने कहा कि जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में चयनित 506 हेक्टेयर भूमि पर 74 गौवंश आश्रय स्थलों का निर्माण कार्य किया जाना है। उन्होंने कहा कि मकर संक्रान्ति के दिन मनरेगा की धनराशि से इन सभी आश्रय स्थलों के निर्माण कार्य का शुभारंभ जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में किया जायेगा। इन आश्रय स्थलों में लगभग 68,760 पशुओं के रूकने की व्यवस्था होगी।
3000 से ज्यादा गायों को मिलेगा आश्रय डीएम ने कहा कि नगरीय क्षेत्र में 11 स्थलों का चयन करके 10.957 हेक्टेयर भूमि पर आश्रय स्थलों का निर्माण कराया जायेगा। जिनमें 3000 से ज्यादा पशुओं को आश्रय मिलेगा। साथ ही 5 अन्य ऐसे भवनो का चयन किया गया है, जिन्हे अभी प्रारम्भिक तौर से गौवंश आश्रय स्थल के रूप में व्यवस्थित किया गया है। इनमें 1020 गौवंशीय पशुओं को आश्रय दिया जायेगा। पशु आश्रय स्थलों की सूची सभी जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ समस्त नगर निकायों, ब्लाकों, थानो एवं तहसीलों को इस अपील के साथ उपलब्ध कराई गई।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आनन्द कुमार, अपर जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह, अतिरिक्त मजिस्ट्रेट, जिला विकास अधिकारी राजितराम मिश्र, समस्त एसडीएम, जिला पंचायतराज अधिकारी अनिल कुमार सिंह, ईओ एवं खण्ड विकास अधिकारीगण उपस्थित रहे।