DM ने सभी SDM और DSO के साथ आपूर्ति विभाग के कर्मियों को भी चेतावनी दी है कि मिट्टी तेल एवं राशन वितरण की शिकायतों पर गम्भीरता से कार्रवाई हो। कालाबाजारी करने वालों को जेल भेजा जाए। राशन वितरण का सत्यापन खुली बैठक कर करे और गड़बड़ी मिले तो कोटा निरस्त करने के साथ ही कोटेदार के खिलाफ FIR दर्ज कराएं। उधर बाढ़ को लेकर जिलाधिकारी ने अफसरों को 24 घन्टे सजग रहने आवश्यक प्रबन्धन रखने के निर्देश देते हुए हाई अलर्ट किया है। हर घण्टे जलस्तर आदि की रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिये है। DM ने बताया कि उन्होंने बाढ़ वाले इलाकों के उप जिलाधिकारी, तहसीलदार, कानूनगों एवं लेखपालों को निर्देश दिये हैं। बाढ़ प्रभावित गांवों के ग्राम वासियों को हर सम्भव मदद दी जाये और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर रखा जाये। उन्होंने गांव के कोटेदारा को निर्देश दिये कि बाढ़ प्रभावित लोगों को समय से मिट्टी तेल राशन, नमक एवं अन्य जरूरी सामग्री उपलब्ध करायें। CMO को निर्देश दिये कि बाढ़ प्रभावित गांव के लोगों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण करने के साथ दवायें वितरित की जाये। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि बाढ़ प्रभावित गांवों के जानवरों का टीकाकरण कराने के साथ ही चारे की व्यवस्था करना सुनिश्चित करें।