गन्ने की फसल की होली चलाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कहा कि सरकारेx कहती है कि किसानों की आमदनी दोगुनी करनी है। किसान आमदनी बढ़ाएं मगर जब कृषि उपजों का समर्थन मूल्य तय किया जाता है तो सरकार आमदनी दुगनी करने की बात भूल जाती है। जब फसलों का समर्थन मूल्य दो गुना नहीं करोगे तब आमदनी कैसे दुगनी होगी। क्योंकि किसानों के लिए आमदनी का जरिया तो फसले हैं। किसानों ने कहा कि पिछले 50 वर्षों से अब तक देश में किस तरह से विभिन्न चीजों के दाम बढ़े हैं। उसी अनुपात में फसलों का समर्थन मूल्य भी तय किया जाए। किसानों ने कहा कि फसलों का समर्थन मूल्य काफी कम है जिसके कारण किसान परेशान होते हैं और अन्नदाता के लिए खुद के लिए दो वक्त की रोटी के का संकट चल रहा है।