मामला बिलग्राम स्वास्थ्य केंद्र का है। दरअसल, ग्राम बाढ़ करेंखा निवासी रविंद्र की पत्नी लक्ष्मी ने रविवार को अस्पताल में एक शिशु को जन्म दिया था। रविंद्र के अनुसार, बेटे के दोनों हाथों में छह-छह अंगुलियां थी। कुछ देर बाद स्वास्थ्य कर्मियों ने उससे बिना पूछे नवजात की एक-एक अंगुली काट थी। जिससे अत्यधिक रक्तस्त्राव होने लगा और पुत्र की हालत बिगड़ गई। हालत को बिगड़ता देखकर स्वास्थ्य कर्मियों ने उन्हें डिस्चार्ज कर दिया। बाहर आते ही नवजात ने दम तोड़ दिया।
रविंद्र का आरोप है कि बच्चे के हाथ में 6-6 अंगुलियां हैं, इसकी जानकारी तक उन्हें नहीं दी गई। इतना ही नहीं डॉक्टर की गैर-मौजूदगी में ही नर्सिंग स्टाफ ने नवजात की अंगुली काट दी। इस वजह से खून बहने लगा। आरोप है कि इसी हालत में जच्चा-बच्चा को स्वस्थ्य केंद्र से डिस्चार्ज कर दिया गया।