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हाथरस

जिलाधिकारी ने किया निरीक्षण तो स्वास्थ्य सेवाओं की कड़वी हकीकत सामने आई

-डॉक्टर और कर्मचारी बिना सूचना के गायब-अस्पताल की भूमि पर हो गया अवैध कब्जा-पैथोलॉजी की जांच कम हो रही हैं आखिर क्यों

हाथरसAug 23, 2019 / 01:34 pm

suchita mishra

जिलाधिकारी ने किया निरीक्षण

जिलाधिकारी ने किया निरीक्षण

हाथरस। जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने स्व. श्री सुनेहरी लाल आजाद स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सहपऊ का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान डॉक्टर तथा कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। अस्पताल परिसर में घास की सफाई सात दिन के अन्दर कराते हुए फोटोग्राफ्स उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान अस्पताल की भूमि पर अवैध कब्जे की शिकायत प्राप्त हुई, जिस पर जिलाधिकारी ने उपस्थित थानाध्यक्ष से तत्काल अवैध कब्जा हटाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि यदि कब्जा नहीं हटाता है तो एफआईआर दर्ज कराना सुनिश्चित करे। अस्पताल परिसर, शौचालय तथा डस्टबिन की नियमित रूप से सफाई करने के निर्देश दिये। पैथोलॉजी कक्ष में प्लास्टर टूटे होने पर उसको ठीक कराने के निर्देश दिये।
कई कर्मचारी गायब
जिलाधिकारी ने स्थायी तथा संविदा पर तैनात कर्मचारियों की उपस्थित पंजिका का अवलोकन किया। स्थायी कर्मचारी पंजिका में एलएमओ डॉक्टर मीनाक्षी सिंह दो दिन तथा डीआरए राजकुमार तीन दिन से लगातार अनुपस्थित चल रहे है। एमओआईसी प्रकाश मोहन द्वारा अवगत कराया गया कि डॉक्टर मीनाक्षी सिंह द्वारा छुट्टी के लिये कोई प्रार्थना पत्र नहीं दिया गया है। अनुपस्थित चल रहे डीआरए राजकुमार से सम्बन्धित पत्रावली सात दिन के अन्दर प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। अस्थायी कर्मचारी पंजिका में एमईटीएस ऑपरेटर संजय सिंह तथा एसएन कु. पूजा अनुपस्थित पायी गयी। निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित सभी लोगों के पहचान पत्र मंगाकर चेक किये गये।
जिलाधिकारी ने किया निरीक्षण
इमरजेंसी वार्ड
इसके पश्चात उन्होंने इमरजेन्सी वार्ड का निरीक्षण किया। पर बेड सीट तथा साफ सफाई ठीक पायी गयी। एक कार्टन में खाली डिस्पोजल भरे पाये गये। एमओआईसी से मरीजों की संख्या के बारे में जानकारी की गयी। एमओआईसी ने बताया कि 48 मरीज आए। पैथॉलाजी के निरीक्षण के दौरान सोमवीर ने बताया कि एचआईवी, शुगर तथा हीमोग्लोबिन से सम्बन्धित कुल 04 जाचें की गयी है। मलेरिया की जाचं के लिये 06 सैम्पल कलेक्ट किये गये है। पैथॉलाजी में कम जांच होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जाहिर करते हुए बुखार से सम्बन्धित आने वाले सभी मरीजों के खून की जांच करने के निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने निर्देश दिया कि जांच की रिपोर्ट मरीज को अधिकतम एक घण्टे के अन्दर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करे।
ओपीडी
ओपीडी में उपस्थित डॉक्टर गजेन्द्र से बुखार से पीडित मरीजों की संख्या के बारे में जानकारी ली। डॉक्टर गजेन्द्र ने बताया कि बुखार से सम्बन्धित कुल 15 मरीज आए हैं। जिलाधिकारी ने भर्ती मरीजों से अस्पताल की ओर से दी जाने वाली दवाओं, जाचों तथा मिलने वाले भोजन के बारे में जानकारी ली। मरीजों द्वारा अवगत कराया गया कि उन्हें दवायें अस्पताल से प्राप्त हो रही हैं। सुबह नाश्ते में दूध, बिस्कुट तथा दलिया दिया गया था।
नेत्र परीक्षण और स्टोर
नेत्र परीक्षण कक्ष में डॉक्टर अनिल अरोड़ा ने बताया कि छह मरीज नेत्र से सम्बन्धित आये थे, जिनका प्ररिक्षण करने के उपरान्त रिपोर्ट दे दी गयी है। कोल्ड चेन रूम में गन्दे जार रखे होने पर उनकी नियमित रूप से सफाई करने के निर्देश दिये। स्टोर रूम का मुआयना करने पर स्टॉक रजिस्टर पर दवाओं की आगमन तथा निकासी की सही से एन्ट्री न होने पर नाराजगी जाहिर की। उन्होने कहा कि यदि आगे से अनियमितता पायी गयी तो सम्बन्धित के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी। स्टोर रूम में दवाओं का रखरखाव ठीक ढंग से तथा साफ सफाई रखने के निर्देश दिये। जननी सुरक्षा योजना के तहत किये जाने वाला भुगतान केवल 60 प्रतिशत होने पर नाराजगी जाहिर की। माह के अन्त तक शतप्रतिशत भुगतान कराने के निर्देश दिये। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी सादाबाद ज्योत्स्ना बंधु और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बृजेश राठौर उपस्थित रहे।

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