Weather Alert: फिर लौटेगी दिसंबर वाली कड़ाके की सर्दी, अगले तीन दिन तापमान में होगी भारी गिरावट, रहें सावधान!
इस दौरान किशोरियों के स्वास्थ्य व खून की जांच की गई। हर किशोरी को हेल्थ कार्ड जारी किया गया। साथ ही 11 से 14 वर्ष की सभी किशोरियों की ऊंचाई व वजन की माप की गई। इस कार्यक्रम में आशा-आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और एएनएम ने अहम भूमिका निभाई। जांच में जो किशोरियां एनीमिक पायी गईं, उन्हें विशेष निगरानी में रखा जाएगा। किशोरियों को एनीमिया से बचने के लिए आयरन की गोलियों के सेवन और खान-पान संबंधी विस्तृत जानकारी दी गई। स्कूल न जाने वाली किशोरियों की जांच एएनएम द्वारा उप केंद्र पर सुबह के सत्र में की गई।एनीमिया से बचने की हिदायत देते हुए बताया गया कि महिलाएं व लड़कियां आयरन की गोलियों का सेवन दूध व चाय के साथ करती हैं जो कि गलत है। इससे शरीर में आयरन का अवशोषण कम हो जाता है। आयरन फोलिक एसिड की गोलियों का सेवन, विटामिन सी युक्त आहार जैसे नीबू, संतरा, आदि के साथ किया जाना चाहिए। इससे आयरन का अवशोषण सुचारु रूप से हो सके। भोजन में पालक, मेथी, बथुआ, सरसों, मूंगफली चना और गुड़ आदि की मात्रा बढाएं क्योंकि इसमें आयरन की मात्रा अधिक होती है।