पुलिस ने नहीं लिखी रिपोर्ट मोहल्ला छिपैटी निवासी दीपक (बदला हुआ नाम) मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करता है। एक मार्च को उसके पड़ोस में शादी समारोह का कार्यक्रम चल रहा था। दीपक के परिजन शाम के वक्त करीब सात बजे कन्यादान के लिए गए हुए थे। तभी दीपक की पत्नी चांदनी को उसका पड़ोसी सचेन्द्र पुत्र लक्ष्मी नारायण भगा ले गया। चांदनी अपने मासूम को दादी के पास यह कहकर सुला गई कि वह काम कर अभी लौटती है। काफी देर तक पता नहीं चला तो इसकी सूचना पुलिस को दी। दीपक के प्रार्थनापत्र को पुलिस ने रख तो लिया मगर प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज नहीं की।
पति ने लगाया नगदी व जेवरात ले जाने का आरोप दीपक ने पत्नी के खिलाफ घर के जेवरात और 30 हजार रुपये साथ ले जाने का आरोप लगाया है। पुलिस ने जब कोई कार्यवाही नहीं की तो दीपक के परिजन तहसील दिवस में पहुंचे। उप जिलाधिकारी (एसडीएम) अंजुम बी से मासूम को उसकी मां से मिलाने की गुहार लगाई। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस ने कोई मदद नहीं की है। पुलिस चाहे तो आरोपी को पकड़कर जेल भेज सकती है। उप जिलाधिकाारी ने पुलिस को कार्यवाही के निर्देश दिए हैं।