सिविल अस्पताल में हर महीने 200 से ज्यादा प्रसव कराए जाते हैं, इनमें से प्रत्येक महिला को गर्भावस्था के दौरान कम से कम दो बार सोनोग्राफी करानी पड़ती है, इसमें कम से कम दो हजार रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं। महिलाओं की परेशानी को देखते हुए सोनोग्राफी की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, लेकिन मशीन आपरेट करने के लिए स्टाफ उपलब्ध न होने से इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
स्त्री रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति कराने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं, जिससे सोनोग्राफी मशीन चालू हो सके और गर्भवती महिलाओं को अन्य जांचों की सुविधा मिल सके।
डॉ. अरविंद गौर, बीएमओ