कोरोना आए दिन अपना रूप बदल रहा है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल है कि हाल ही नया वैरिएंट कितना खतरनाक है। इसके बारे में वैज्ञानिकों का कहना है कि यह पहले के वैरिएंट से ज्यादा खतरनाक है। जानते हैं कैसे यह खतरनाक है?
•Feb 20, 2021 / 08:44 pm•
Ramesh Singh
द. अफ्रीका व ब्राजील का वैरिएंट में समानता है। कोरोना वायरस के नए वैरिएंट को लेकर हुए प्रारंभिक अध्ययनों के आधार पर वैज्ञानिकों का कहना है कि द. अफ्रीका व ब्राजील का वैरिएंट की ब्रिटेन के वैरिएंट में काफी समानता है।
प्रतिरक्षा प्रणाली को चकमा देने में सक्षम
नया ब्रिटेन वैरिएंट प्रतिरक्षा प्रणाली को चकमा देकर उसके जैसी प्रतिक्रिया करता है। सामान्यत: वायरस के शरीर में प्रवेश करने के बाद वायरस को मारने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली सक्रिय हो जाती है। ऐसे में आमतौर पर शरीर का तापमान बढ़ जाता है। लेकिन यह वायरस प्रतिरक्षा तंत्र के सक्रिय होने से पहले ही यह सबकुछ करता है, जिससे शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र समझ नहीं पाता है। इसलिए यह वायरस अन्य वैरिएंट से ज्यादा घातक है। इसलिए यह वैक्सीन को कम प्रभावी बना सकता है।
बचाव ही इलाज
वैज्ञानिकों का कहना है कि इस वायरस से बचाव के लिए सभी सावधानियों का पालन करें। लापरवाही न करें। इसकी संक्रमण की तीव्रता काफी तेज है। यह मरीज को जल्दी गंभीर कर देता है। इसलिए कोई भी लापरवाही न बरतें।