scriptप्लास्टिक की बोतल में पानी पीने से हो सकती है ये 5 बीमारियां | Patrika News
स्वास्थ्य

प्लास्टिक की बोतल में पानी पीने से हो सकती है ये 5 बीमारियां

6 Photos
4 months ago
1/6

प्लास्टिक की बोतल में पानी पीने के शौकीनों के लिए यह खबर अच्छी नहीं है। कोलंबिया यूनिवर्सिटी और रटगर्स यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने एक नए अध्ययन में पता चला है कि प्लास्टिक बोतलों में बंद पानी में बहुत सारे छोटे प्लास्टिक के टुकड़े होते हैं। एक लीटर बोतलबंद पानी में औसतन 240,000 छोटे प्लास्टिक के टुकड़े पाए जाते हैं। यह अंक पहले के अनुमानों से 10 से 100 गुना ज्यादा है, जो चिंता का कारण बनता है।

2/6

पहले के अध्ययन में ज्यादातर ध्यान बड़े आकार के माइक्रोप्लास्टिक पर था, लेकिन इस नए अध्ययन में नैनोप्लास्टिक पर ज्यादा ध्यान दिया गया है। नैनोप्लास्टिक और भी छोटे होते हैं, लगभग एक बाल के व्यास के बराबर, और ये माइक्रोप्लास्टिक के टूटने से बनते हैं। शोधकर्ताओं का कहना है कि उनका अध्ययन "पहले के अध्ययनों से दो से तीन गुना अधिक नैनोप्लास्टिक का पता लगाता है।"

3/6

नैनोप्लास्टिक के इतने छोटे आकार के कारण वे आसानी से मानव शरीर में प्रवेश कर सकते हैं और ब्लड फ्लो में घुस सकते हैं। इससे कई तरह के स्वास्थ्य संबंधी खतरे हो सकते हैं, जैसे सूजन, ऑक्सीडेटिव तनाव, सेल्स डैमेज और अंगों को नुकसान। इसके अलावा, नैनोप्लास्टिक हानिकारक कैमिकल को भी ले जा सकते हैं, जिससे स्वास्थ्य जोखिम बढ़ जाता है।

4/6

नैनोप्लास्टिक के स्तर का अध्ययन किया गया है, जो अमेरिका में बेचे जाने वाले तीन लोकप्रिय बोतलबंद पानी के ब्रांडों पर किया गया है। शोधकर्ताओं ने ब्रांडों के नामों का खुलासा नहीं किया, लेकिन उन्होंने 100 नैनोमीटर आकार के प्लास्टिक कणों का विश्लेषण किया। अध्ययन में पाया गया कि इन बोतलों में नैनोप्लास्टिक का स्तर काफी अधिक था। इस अध्ययन से हमें पानी की बोतलों में प्लास्टिक के खतरों की जानकारी मिलती है, और यह बताता है कि प्लास्टिक का उपयोग कम करना कितना महत्वपूर्ण है।

5/6

क्या करें और क्या नहीं?
बोटलबंद पानी के बजाय घर पर साफ पानी पीने को प्राथमिकता देना सबसे अच्छा विकल्प है. इसके अलावा, प्लास्टिक की बोतल का इस्तेमाल बार-बार न करें और रीसाइकल करने योग्य या स्टील की बोतल का इस्तेमाल करें. प्लास्टिक के इस्तेमाल को कम करके हम न सिर्फ पर्यावरण की रक्षा कर सकते हैं, बल्कि अपने स्वास्थ्य को भी सुरक्षित रख सकते हैं.

6/6

यह अध्ययन हमें बताता है कि प्लास्टिक के खतरों को ध्यान में लेना बेहद जरूरी है। हमें अपने दैनिक जीवन में प्लास्टिक का इस्तेमाल कम करने का प्रयास करना चाहिए और स्वस्थ विकल्पों की ओर ध्यान देना चाहिए। इसी तरह हम एक सुरक्षित और स्वस्थ भविष्य की ओर बढ़ सकते हैं।

loksabha entry point
अगली गैलरी
next
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.