साधारण जलने पर त्वचा पर छाले हो जाते हैं। ऐसे में जले हुए हिस्से को तुरंत पानी की धार के नीचे तब तक रखें जब तक जलन पूरी तरह कम न हो जाएं। अब प्रभावित हिस्से पर बर्फ का टुकड़ा भी कुछ देर रख सकते हैं। जलन कम होगी।
यदि जलन दूर न हो तो नारियल या जैतून का तेल या नीम का तेल भी लगा सकते हैं। ये एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होते हैं जिनसे संक्रमण का खतरा कम हो जाता है।
हल्का जलने पर ये करें अगर शरीर का कोई हिस्सा हल्का-फुल्का जला है तो प्रभावित हिस्से को ठंडे पानी से धोने के बाद तुरंत शहद या एलोवेरा जेल भी लगाया जा सकता है।
गंभीर स्थिति में ध्यान रखें गंभीर रूप से त्वचा के जलने पर प्रभावित हिस्सा सुन्न हो जाए तो स्किन पर पानी न डालें और देर किए बगैर डॉक्टर से संपर्क करें। अगर जले स्थान पर कपड़ा चिपक जाए तो उसे हटाने का प्रयास न करें। इस हिस्से को किसी प्रकार की पट्टी से न ढंकें बल्कि मरीज को तुरंत कंबल में लपेटकर अस्पताल ले जाएं।
ध्यान रखें खुद से कोई क्रीम, दवा न लगाएं। इससे स्किन का रंग बदल सकता है जिससे वास्तविक स्थिति का पता नहीं चल पाता। फफोले को नहीं फोड़ें। प्रभावित हिस्से पर तेल, घी, मक्खन, टूथपेस्ट या ऑइंटमेंट न लगाएं, इनसे इंफेक्शन की आशंका बढ़ जाती है। साधारण घाव जल्दी ठीक हो जाते हैं। यदि जलने के बाद बुखार, लाल चकत्ते या दर्द हो तो डॉक्टरी सलाह लें।
डॉ. अमित शर्मा प्लास्टिक, बर्न और कॉस्मेटिक सर्जन, जयपुर