क्या है निर्देश
वजन कम करने को लेकर कई शोधों में कहा गया है कि 5-10 फीसदी तक वजन घटाते हैं और उसे एक साल तक बनाए रखते हैं, वही वेट लॉस की श्रेणी में आता है। केवल 1-2 माह तक के लिए वजन कम करना इस श्रेणी में नहीं आता है और न सेहत को लाभ मिलता है बल्कि नुकसान हो सकता है।
डायटिंग से डिहाइड्रेशन और कब्ज की आशंका!
तेजी से वजन कम करने के लिए ज्यादा डायटिंग या हैवी वर्कआउट करते हंै। इनसे डिप्रेशन, हड्डियों से जुड़े रोग, थकान कमजोरी होती है। डायटिंग से डिहाइड्रेशन और फिर उससे कब्ज, सिर दर्द, आंतों को भी नुकसान होता है। आंतों में शरीर के वजन के अनुपात में बैक्टीरिया होते हैं, जो भोजन को पचाते हैं। डायटिंग से उनमें बदलाव आता है। आंतों में रक्त से जुड़े कई तरह के बैक्टीरिया होते हैं, जो ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर, कोलेस्ट्रॉल मेटाबॉलिज्म पर असर डालते हैं। बिना एक्सपर्ट की सलाह से हैवी वर्कआउट से मसल्स इंजरी का खतरा तीन गुना बढ़ जाता है।