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CORONSVIRUS: बिना बुखार के सर्दी- जुकाम है तो न डरें

locationजयपुरPublished: Mar 25, 2020 04:32:08 pm

Submitted by:

Hemant Pandey

यदि बुखार के साथ सर्दी-जुकाम, लेकिन सांस संबंधी दिक्कत नहीं तो चिंता न करें

CORONSVIRUS: बिना बुखार के सर्दी- जुकाम है तो न डरें

CORONSVIRUS: बिना बुखार के सर्दी- जुकाम है तो न डरें

कोरोना (कोविड-19) वायरस के जैसे-जैसे केस देश में देखने को मिल रहे हैं। लोगों में आशंका है कि कहीं उन्हें भी तो यह बीमारी न हो जाए। वे हल्के जुकाम-बुखार में भी जांच करवाने के लिए परेशान हो रहे हैं लेकिन अधिकतर मामलों में डरने की जरूरत नहीं है। जानते हैं किन बातों का ध्यान रखें-
बुखार नहीं, सर्दी-खांसी है तो
अगर सर्दी-जुकाम है लेकिन बुखार नहीं है तो परेशान न हो। डरने की जरूरत नहीं है। सावधानियां बरतें और आराम करेंगे तो ठीक हो जाएंगे। यह सामान्य फ्लू है। कोरोना में तेज बुखार (100 फारेनहाइट से ज्यादा), सूखी खांसी और सांस लेने में परेशानी होती है।
जिन्हें हल्का बुखार है…
सर्दी-जुकाम के साथ जिनको हल्का भी बुखार है और थर्मामीटर पर 100 फारेनहाइट से कम है तो परेशान न हो। नाक से पानी आना चिंता की बात नहीं।
किन्हें चिंता करनी चाहिए
जो हाल ही (14-24 दिन के अंदर) जो उन देशों से लौटे हैं, जहां कोरोना का असर ज्यादा है जैसे इटली, फ्रांस, चीन, स्पेन, दुबई आदि। जिनके घर कोरोना का रोगी है या रोगी के साथ संपर्क में रहे हों।
कोरोना से सेकंड्री इंफेक्शन का भी खतरा
कई बार पोस्ट वायरल भी संक्रमण हो जाते हैं। जिन्हें सेकंड्री इंफेक्शन कहते हैं। वायरस के बाद बैक्टीरियल इंफेक्शन सामान्य है। इससे न केवल मरीज का इलाज लंबा चलता है बल्कि मरीज की स्थिति भी गंभीर हो जाती है। वहीं अधिक उम्र के मरीजों में श्वसन संबंधी, अस्थमा, किडनी से जुड़ी परेशानी, डायबिटीज, हाइपरटेंशन, टीबी, एचआइवी या फिर हृदय से जुड़ी कोई बीमारी होती है। यह भी अनियंत्रित हो जाते हैं। इनसे गंभीरता बढ़ जाती है। मरीज में ऑर्गन फेल या सेप्टिक शॉक की स्थिति आ जाती है। इसमें मरीज की मृत्यु होने की आशंका कई गुना बढ़ जाती है।
सर्दी-जुकाम है तो अधिक आराम करें
शादी, पार्टी या भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें। खुले में छींकने से बचें। यदि छींकते भी हैं तो रूमाल का इस्तेमाल करें। रूमाल नहीं है तो शर्ट के बाजू पर छींकें। बाजू पर छींकने से यह कम फैलता है। दूसरे देशों में यात्रा करने से बचें। लोगों से हाथ मिलाने की जगह नमस्कार या प्रणाम करें। नियमित व्यायाम करें और हैल्दी डाइट लें। खूब पानी पीएं। सर्दी-जुकाम है तो आराम करें। जिन्हें अधिक सर्दी-जुकाम की परेशानी है वे स्टीम ले सकते हैं। अगर कॉलोनी में कोरोना से कोई पीडि़त है तो परेशान न हों। उससे छह फीट की दूरी बनाकर रखें।
जब लगे कि खुद संक्रमित हैं तो…
1- सबसे पहले खुद को आइसोलेट करें। घर के एक कमरे में रहें। परिवार के दूसरे लोगों से दूरी बनाकर रहें।
2- डॉक्टर के पास या हॉस्पिटल खुद न चल कर जाएं। ऐसा लगने पर सरकारी हॉस्पिटल में फोन से सूचित करें।
3- अपने पास पैरामेडिकल स्टाफ के आने पर दोनों लोग सावधानी बरतें। जांच के लिए लार (स्वाब) देते समय भी सावधानी बरतें।
4- हैल्दी और शाकाहारी खाना खाएं। आराम करें।
5- अगर सांस लेने में परेशानी है तो डॉक्टरी सलाह पर हॉस्पिटल में भर्ती हो।
6- अपने मन से कोई दवा न लें। इससे समस्या बढ़ सकती है।
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