इसलिए बढ़ रहा माइग्रेन का दर्द
बाहर का खाना, पैक्ड व प्रोसेस्ड चीजों को खाने से पित्त और वात दोष बढ़ता है। इसके लिए योग में सबसे पहले पाचन, तनाव को रिलीज करने वाले आसन करना चाहिए। सुबह उठने के दो-तीन घंटे के अंदर ब्रेकफास्ट लें। लंच व डिनर तय समय पर लें और ओवरईटिंग न करें।सलाद खाने से आधे घंटे पहले लें। विरुद्ध आहार न लें। दूध के साथ परांठे आदि न लें। सूखे मेवे ले सकते हैं। कोई फल भी न लें। मौसमी चीजें ज्यादा खाएं। मैदे-बेसन, छोले, राजमा न खाएं। इससे बनने वाली गैस माइग्रेन की समस्या को बढ़ाती है।
ये न खाएं
पनीर, चॉकलेट, कैफीन, शराब का प्रयोग न करें। महिलाओं में बर्थ कंट्रोल पिल्स से भी दिक्कत होती है।
खानपान में बदलाव
1- हरी पत्तेदार सब्जियां और फल आहार में शामिल करें।
2- बथुआ, पालक, अंजीर, आंवला, अनार, अमरूद, सेब आदि Óयादा लें।
3- ओमेगा-& फैटी एसिड और विटामिन-बी वाले आहार नियमित लें।
4- अपने वजन के अनुसार पानी पीएं। स्वस्थ व्यक्ति प्रति 20 किलो वजन पर एक लीटर पानी पी सकता है। ज्यादा नमक वाली चीजें न खाएं। इसके अलावा शोर वाली जगहों पर जाने से बचें। खुद को भूखा न रखें।
एक्सपर्ट : डॉ. राजीव साहू, प्रोफेसर एंड हैड, डिपार्टमेंट ऑफ न्यूरोसर्जरी, डीकेएस हॉस्पिटल, रायपुर