थायराइड में आराम चाहते हैं तो करें ये आसन
आयुर्वेद में कुछ ऐसे योगासन हैं जो थायरॉयड की समस्या से आराम दिलाने में कारगर हैं। इनको सही तरीके से करना जरूरी है। इन आसनों के अभ्यास से गले में रक्त संचार बेहतर होता है और थायरॉयड के चारों तरफ ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है। इन आसनों को बिना चिकित्सक की सलाह व योग विशेषज्ञ की निगरानी के नहीं करें। इससे दिक्कतें हो सकती हैं।
थायराइड में आराम चाहते हैं तो करें ये आसन
उज्जयी प्राणायाम
सुखासन मुद्रा में बैठ जाएं। गर्दन सीधी रखकर सांस भरें। सांस लेते समय सीना फुलाएं। इसके बाद चेहरे को नीचे झुकाकर ठुड्डी को गले से लगाने पर जालंधर बंध की स्थिति में लाकर जब तक आसानी से सांस रोक सकते हैं रोकें। फिर दाहिनी अंगूठे से दाईं नासिका बंद करें। इसके बाद बांईं नासिका से सांस छोड़ें। फिर दाईं नासिका बंद किए बिना दोनों नासिकाओं से भी सांस छोड़ सकते हैं।
धनुरासन
जमीन पर पेट के बल लेटकर सांस छोड़ते हुए घुटनों को मोडें़। दोनों हाथों से टखनों को कसकर पकड़ेें। सांस लेते हुए सिर, छाती व जांघ को ऊपर उठाने की कोशिश करें। ऐसे में टांगों के बीच दूरी बढ़ेगी, जिसे इस अवस्था में पहुंचने के बाद थोड़ा कम करने का प्रयास करें। करीब एक मिनट इसी मुद्रा में रहते हुए आराम से सांस लें और छोड़ें। फिर गहरी सांस लेते हुए मूल स्थिति में आ जाएं।
हलासन
पहले पीठ के बल सीधा लेट जाएं। हाथों को शरीर से सटाकर सीधा रखें। पैरों को धीरे-धीरे ऊपर की ओर उठाते हुए पीछे की ओर ले जाएं। इसके बाद पैरों की अंगुलियों को जमीन से स्पर्श करने की कोशिश करें। इस अवस्था में हाथ बिल्कुल सीधा रहना चाहिए। शरीर का संतुलन बिगडऩे से गर्दन मुड़ सकती है। करीब एक मिनट तक इस अवस्था में रहते हुए धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं।
सर्वांगासन
पीठ के बल लेटकर हाथों को शरीर से सटाकर रखें। फिर पैरों को धीरे-धीरे ऊपर उठाते हुए पीछे ले जाएं। कूल्हे व कमर को ऊपर की ओर उठाएं। कोहनियों को जमीन पर टिकाते हुए हाथों से सहारा देकर पीठ, पैरों व घुटनों को सीधा ऊपर की ओर ले जाएं। घुटने मिले होने चाहिए। शरीर का भार कंधों, सिर व कोहनियों पर होता है। इस मुद्रा में एक-दो मिनट रहें। गहरी सांस लें। इसके बाद सामान्य अवस्था में वापस आ जाएं।
– एक्सपर्ट : डॉ. सर्वेश अग्रवाल, आयुर्वेद व योग विशेषज्ञ, एनआइए, जयपुर
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