नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज एक ऐसी स्थिति है जिसमें लिवर में अधिक फैट स्टोर हो जाता है और ये फैट अल्कोहल की वजह से नहीं होता बल्कि लाइफस्टाइल की समस्याएं, ज्यादा मोटापा, शरीर में होने वाली किसी और समस्या की वजह से भी होता है।
हमारा शरीर किसी भी तरह की बीमारी से पहले हमें संकेत देता है। हालांकि, फैटी लिवर डिजीज में ये काफी कम हो सकते हैं, लेकिन आपको बदलाव नजर आ सकता है। स्किन का पीला हो जाना। शरीर में अपने आप नील पड़ जाना
ताजे फल एवं सब्जियों को अपने आहार में शामिल करें। अधिक फाइबर युक्त आहार का सेवन करें, जैसे फलियाँ और साबुत अनाज। अधिक नमक,ट्रांसफैट, रिफाइन्ड कार्बोहाइड्रेट्स तथा सफेद चीनी का प्रयोग बिल्कुल बंद कर दें। एल्कोहल या शराब का सेवन बिल्कुल न करें। भोजन में लहसुन को शामिल करें यह फैट जमा होने से रोकता है। ग्रीन टी का सेवन करें। शोध के अनुसार लिवर में जमा फैट को कम करती है तथा लिवर के कार्यकलाप को सुधारती है।
बच्चो के लिए अपनाए ये सावधानी
बच्चों को मीठा खाना कम दें। रेशेदार फल एवं सब्जियों का सेवन करें। शारीरिक गतिविधियों को बढ़ाएँ एवं नियमित रूप से व्यायाम करें।
फैटी लिवर में आवंला खाने के फ़ायदे
आँवला में भरपूर मात्रा में एन्टी-ऑक्सिडेंट और विटामिन सी होता है जो लिवर की कार्यप्रणाली को ठीक करता है। आँवला का सेवन करने से लिवर से हानिकारक विषाक्त तत्व निकल जाते है। इसके लिए रोजाना 3-4 कच्चे आँवला का सेवन करें।