प्रेग्रेंसी : कोरोना होने पर घबराएं नहीं, घर में भी ठीक हो सकतीं
जयपुरPublished: May 24, 2021 07:43:00 am
ऑ क्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के एक शोध में कहा गया है कि गर्भवती महिलाओं की इम्युनिटी कमजोर होती है, इसलिए उन्हें कोरोना से अधिक बचाव की जरूरत है। इससे महिला के साथ डिलीवरी के समय शिशु के भी संक्रमण होने की आशंका रहती है।
प्रेग्रेंसी : कोरोना होने पर घबराएं नहीं, घर में भी ठीक हो सकतीं
संक्रमण से कैसे बचें गर्भवती
बार-बार हॉस्पिटल जाने से बचें। जरूरी है तो मोबाइल से अपने डॉक्टर से बात करेंं।
बाहर जाना पड़े तो दो मास्क लगाएं। बाहर से आने के बाद तुरंत नहा लें, कपड़े धो दें।
बाहर जा रही हैं, तो अपने हाथों से नाक, मुंंह और आंखों को न छुएं। बीमार लोगों से दूरी बनाकर रहें।
प्रेग्नेंसी के 12वें व 19वें सप्ताह में ब्लड टेस्ट और अल्ट्रासाउंड के लिए हॉस्पिटल जाना होता है। फिर 32वें सप्ताह में ही जाएं।
गर्भावस्था में सर्दी, जुकाम, बुखार या सांस लेने में तकलीफ की शिकायत को हल्के में न लें। अपने मन से कोई दवा नहीं लें।
साबुत अनाज और अंकुरित चीजें ज्यादा खाएं। इनमें प्रोटीन अधिक होता है। संक्रमण से बचाव होता है। थोड़ा-थोड़ा ही खाएं। उल्टी नहीं होगी।
एक्सरसाइज न करें, लेकिन दिन में कई बार घर के अंदर या छत पर चहलकदमी करते रहें। ध्यान-प्राणायाम भी करें। इससे मन भी अच्छा होता है।
अभी कोरोना के चलते सामान्य प्रसव को बढ़ावा दिया जा रहा है। जिन्हें कोई दिक्कत या 34 सप्ताह से पहले डिलीवरी है तो उसमें सिजेरियन कराते हैं।
उल्टी या जी घबराने पर हॉस्पिटल जाने से बचें। डॉक्टर से फोन पर बात कर लें। अगर पेट में तेज दर्द है, ब्लीडिंग, पानी छूट रहा या फिर पैरों में ज्यादा सूजन है तो डॉक्टरी सलाह से ही अस्पताल जाएं।
अगर कोरोना का संक्रमण हो जाता तो…
टेस्ट पॉजिटिव आने पर घबराएं नहीं और न ही अस्पताल भागें। अपने डॉक्टर की सलाह से इलाज लें। अधिकतर मरीज घर में ही ठीक हो जाते हैं।
खुद कोई दवा न दें। कोई भी दवा या सप्लीमेंट लेने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। ज्यादा गर्म चीजें खाने से बचें।
़ हैल्दी डाइट के साथ विटामिन सी और जिंक लेती रहें। फेफड़ों से जुड़ी हल्की एक्सरसाइज भी करें।
कमरे में अकेले रहें और हर 6 घंटे में बुखार और ऑक्सीजन के स्तर की जांच करती रहें। बुखार उतर नहीं रहा या ऑक्सीजन का स्तर घट रहा है तो डॉक्टर को बताएं।
कोरोना से भ्रूण को नुकसान होगा या नहीं। इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
इस बात की भी पुष्टि नहीं हुई है कि डिलीवरी के समय भी नवजात में संक्रमण हो सकता है।
मां के दूध पिलाने से कोरोना संक्रमण नहीं फैलता है। कोरोना संक्रमित मां भी मास्क पहनकर बच्चे का ध्यान रख सकती है।