कब्ज की समस्या में दवा के साथ इन आसनों से आराम जल्दी
कब्ज की समस्या तब होती है, जब बड़ी आंत को खाली करने में कठिनाई आती है। कई बार केवल दवा लेने से आराम नहीं मिलता है। ऐसे में विशेषज्ञ योगासन की सलाह देते हैं। दवा के साथ इन आसानों से कब्ज में जल्दी आराम मिलता है।
पवनमुक्तासन
यह आसन पेट से अनावश्यक गैस को बाहर निकालने में सहायक है। जिनका पाचन ठीक नहीं रहता है उन्हें यह आसन हमेशा करना चाहिए। नियमित पवनमुक्तासन करने से रीढ़ की हड्डी को मजबूती मिलती है और लचीली बनाती है। इसके नियमित अभ्यास से बल्ड सर्कुलेशन ठीक रहता है। इसको अपनी क्षमता अनुसार ही करें। शुरुआत में इसको 4-5 बार तक किया जाना चाहिए। कोई भी आसन एक्सपर्ट-टे्रनर से सीखने के बाद ही करना चाहिए।
अग्निसार क्रिया
कब्ज में विपरीतकरनी क्रिया, अग्निसार क्रिया, वज्रासन और मंडूकासन से भी लाभ होता है। ये कब्ज के अलावा डायबिटीज, पेट की चर्बी कम करता, सांस लेने की क्षमता बेहतर बनाते हैं और गर्दन के दर्द में भी आराम देते हैं। क्षमतानुसार करें।
भुजंगासन
भोजन को सही तरह से पचाने के लिए भुजंगासन बहुत अच्छा तरीका है। इसे सुबह खाली पेट ही करना चाहिए, इससे पाचन तंत्र मजबूत बनता है। इस आसन को नियमित करते हैं तो सीना चौड़ा होता है। लंबाई बढ़ती है। मोटापा कम होता है और थकावट भी दूर होती है। इससे शरीर सुडौल होता है और पेट की बीमारियों में राहत मिलने के बाद त्वचा में चमक भी बढ़ती है। यह आसन सभी के लिए सुरक्षित है।