सरकार तय सीमा से ज्यादा पुराने नोट रखने वालों पर सख्ती बरतने के लिए एक अध्यादेश लाई है। जिसके मुताबिक, 10 से ज्यादा 500 और 1000 के पुराने नोट रखने पर जुर्माना लगेगा, जेल भी होगी।
भोपाल। 8 नवंबर को नोटबंदी के बाद मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में एक बड़ा मामला सामने आया था। पुलिस ने महाराष्ट्र जा रही एक कार से 47 लाख रुपए जब्त किए थे। 1000 और 500 के ये पुराने नोट नए नोटों में बदलवाने के लिए छिंदवाड़ा से महाराष्ट्र ले जाई जा रही थी। इसके ठीक पहले बुरहानपुर में चार करोड़ रुपए की नकदी बरामद हुई थी। इसके बाद भी प्रदेश में कई स्थानों पर भारी मात्रा में पुरानी करेंसी पकड़ी गई। कालाधन रखने वाले तमाम तरीकों से अपने पैसे को बदलवाने की कोशिश करते रहे और सरकार इस पर लगाम कसती चली गई। नए साल में इस लगाम की पकड़ अब और कसने वाली होगी।
सरकार तय सीमा से ज्यादा 500 और 1000 रुपए के पुराने नोट रखने वालों पर सख्ती बरतने के लिए एक अध्यादेश लाई है। अध्यादेश के मुताबिक, 10 से ज्यादा 500 और 1000 के पुराने नोट रखने पर न सिर्फ जुर्माना लगेगा, बल्कि जेल भी होगी।
वहीं लकी ग्राहक योजना के तहत कुछ लोगों के खातों में एक हजार रुपए आए हैं। पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट ने बुधवार को अध्यादेश लाने को मंजूरी दी। अध्यादेश से पुराने नोटों की औपचारिक तौर पर वैधता समाप्त हो जाएगी।
राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद अध्यादेश लागू हो जाएगा। हालांकि, यह नहीं बताया है कि 30 दिसंबर के बाद पुराने नोट पाए जाने पर कार्रवाई होगी या 31 मार्च 2017 के बाद। 500 और 1000 रुपए के पुराने नोटों को 30 दिसंबर 2016 तक बैंकों या डाकघरों में जमा किया जा सकता है। इसके बाद पुराने नोट सिर्फ आरबीआई में जमा किए जा सकेंगे। आरबीआई में पुराने नोट जमा करने की समय सीमा 31 मार्च 2017 है।
बंद हो चुके नोट मिले तो होगी 4 साल की जेल
किसी व्यक्ति के पास 10 से ज्यादा पुराने नोट पाए जाने पर उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। उस शख्स पर जुर्माना लगाया जा सकता है और कुछ विशेष मामलों में 4 साल तक की सजा हो सकती है।
31 से बढ़ सकती है लिमिट
नोटबंदी के 50 दिन पूरे होने पर रोजाना बैंक या एटीएम से पैसा निकालने की सीमा बढ़ सकती है। एक दिन में 2500 रुपए की मौजूदा सीमा बढ़ाकर 4 हजार रुपए तय की जा सकती है। एक हफ्ते में अधिकतम 24 हजार निकासी सीमा को 40 हजार रुपए तय किया जा सकता है। सरकार ने इस संबंध में निर्णय ले लिया है। माना जा रहा है कि 30 दिसंबर को पीएम मोदी राष्ट्र के नाम संदेश जारी कर सकते हैं।