अलसी व सफेद तिल : दोनों को बराबर मात्रा में लेकर भूनें और पीस लें। १ चम्मच पाउडर की मात्रा को करीब १०-१५ ग्राम गुड़ में मिलाकर खाएं। यह शरीर में कमजोरी दूर कर ऊर्जा बढ़ाते हैं।
पपीते के पत्ते: इसके पत्तों से २ चम्मच रस निकालकर एक गिलास बकरी या गाय के दूध में मिलाकर गुनगुना पिएं। यदि दूध उपलब्ध न हो तो ४ चम्मच शहद में मिलाकर ले सकते हैं।
गिलोय : करीब ६-७ इंच गिलोय की बेल लेकर कूट लें। इसे एक गिलास पानी में उबालें। एक-चौथाई पानी बचने पर छान लें व गुनगुना पिएं। इसमें तुलसी के ४-५ पत्ते भी उबाल सकते हैं।
ज्वारे का रस : करीब २५ से ५० ग्राम ज्वारे को आधा गिलास पानी में मिलाकर मिक्सी में पीस लें। छानकर पिएं। मिट्टी में गेहूं बोकर करीब छह से सात दिनों में ज्वारे आसानी से उगाए जा सकते हैं।
चुकंदर का सेवन करके प्लेटलेट को बढ़ाया जा सकता है। प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट और हेमोस्टैटिक गुणों से भरपूर होने के कारण, चुकंदर प्लेटलेट काउंट को कुछ ही दिनों बढ़ा देता है। अगर दो से तीन चम्मच चुकंदर के रस को एक गिलास गाजर के रस में मिलाकर पिया जाये तो ब्लड प्लेटलेट्स तेजी से बढ़ती हैं। और इसमें एंटीऑक्सीडेंट की मौजूदगी के कारण यह शरीर की प्रतिरोधी क्षमता भी बढ़ाते हैं।
उपरोक्त उपायों में से किसी को भी सुबह व शाम दो बार व खाली पेट प्रयोग कर सकते हैं। इनके अलावा अनार, चुकंदर, पपीता, पालक आदि भी प्लेटलेट्स बढ़ाने में सहायक हैं।