सोमेटोफॉर्म डिसऑर्डर एक प्रकार का मानसिक रोग है, जिसमें शारीरिक बीमारियों की अनुपस्थिति में भी शारीरिक लक्षण बने रहते हैं, जो कि व्यक्ति की जीवन शैली को बुरी तरीके से प्रभावित करते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के इंटरनेशनल क्लासिफिकेशन ऑफ डिजीज ने आइबीएस का उल्लेख सोमेटोफॉर्म डिसऑर्डर के अंतर्गत किया है। मस्तिष्क-आंतों के बीच तंत्रिकातंत्र में असंतुलन, हाइपोथैलेमस -पिट्यूटरी अक्ष के समन्वय पर प्रभाव, संक्रमण, आंतों के असंतुलित संचालन, आंतरिक अंगों की अतिसंवेदनशीलता, पारिवारिक समस्याओं, मानसिक रोगों की उपस्थिति आदि को प्रमुख कारणों के रूप में देखा गया है। घबराहट, तनाव और अनिद्रा से आंतों की गति एवं आंतरिक अंगों की संवेदनशीलता प्रभावित होती है। एक शोध के अनुसार आइबीएस के लगभग 60 से 95 प्रतिशत मामलों में कोई अन्य मानसिक रोग भी देखा गया है। कई लोगों में स्वयं को नुकसान पहुंचाने के विचार भी देखे जाते हैं। प्रत्यक्ष रूप से जांचों, परामर्श और अप्रत्यक्ष रूप से कम उत्पादकता से पूरा परिवार बुरी तरीके से प्रभावित होता है। इसके कारण कई बार इस समस्या से पीडि़त अधिकतर लोग गैर-मनोचिकित्सकों के पास परामर्श के लिए जाते रहते हैं। इस बारे में पेशेवर सलाह न मिलने के कारण वे कई बार आजीवन मनोचिकित्सक से परामर्श मिलने से वंचित रह जाते हैं।