- बोन मैरो का कमज़ोर होना: बोन मैरो वो जगह होती है जहां प्लेटलेट्स (Platelets बनती हैं. डेंगू (Dengue) का वायरस बोन मैरो को प्रभावित कर सकता है, जिससे प्लेटलेट्स का बनना कम हो जाता है.
- प्लेटलेट्स का टूटना: डेंगू (Dengue) वायरस या शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कभी-कभी खून में मौजूद प्लेटलेट्स (Platelets को भी तोड़ सकती है. इससे भी प्लेटलेट्स की संख्या कम हो जाती है.
- खून का रिसाव: डेंगू (Dengue) में कभी-कभी खून की नलीों से रिसाव हो जाता है. इससे शरीर में प्लेटलेट्स (Platelets की कमी हो सकती है.
मलेरिया में प्लेटलेट्स कम होती हैं क्या?
मलेरिया में भी कभी-कभी प्लेटलेट्स कम हो सकती हैं. ये डेंगू जैसा ही होता है, लेकिन मलेरिया का कारण परजीवी होता है वायरस नहीं. प्लेटलेट्स कम होने के कारण भी काफी हद तक डेंगू से मिलते जुलते हैं. अगर आपको मलेरिया है और प्लेटलेट्स कम होने का शक है तो डॉक्टर से जांच करवाएं.
प्लेटलेट्स ट्रांसफ्यूजन: अगर प्लेटलेट्स बहुत कम हैं और खून बहने का खतरा है, तो डॉक्टर प्लेटलेट्स ट्रांसफ्यूजन कर सकते हैं.
दवाएं: कुछ दवाएं अस्थि मज्जा को ज्यादा प्लेटलेट्स बनाने में मदद कर सकती हैं.
इम्युनोग्लोबिन: यह दवा शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को नियंत्रित करके प्लेटलेट्स के टूटने को रोक सकती है.
Platelets कैसे बढ़ा सकते हैं How to increase platelets
प्लेटलेट्स बढ़ाने के डॉक्टरी इलाज:प्लेटलेट्स ट्रांसफ्यूजन: अगर प्लेटलेट्स बहुत कम हैं और खून बहने का खतरा है, तो डॉक्टर प्लेटलेट्स ट्रांसफ्यूजन कर सकते हैं.
दवाएं: कुछ दवाएं अस्थि मज्जा को ज्यादा प्लेटलेट्स बनाने में मदद कर सकती हैं.
इम्युनोग्लोबिन: यह दवा शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को नियंत्रित करके प्लेटलेट्स के टूटने को रोक सकती है.
प्लेटलेट्स बढ़ाने के घरेलू उपाय: Home remedies to increase platelets
पौष्टिक आहार: विटामिन K, B12, फोलेट और आयरन से भरपूर आहार लें. हरी पत्तेदार सब्जियां, फल, दालें, अंडे, मछली और मांस आदि प्लेटलेट्स बढ़ाने में मददगार हो सकते हैं.तरल पदार्थ: खूब पानी और तरल पदार्थ पिएं. इससे शरीर हाइड्रेटेड रहेगा और रक्त का संचार बेहतर होगा.
विश्राम: पर्याप्त आराम करें और तनाव कम करें.
हल्दी: हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो प्लेटलेट्स बढ़ाने में मदद कर सकते हैं. आप दूध में हल्दी मिलाकर पी सकते हैं या फिर हल्दी पाउडर को पानी या शहद के साथ ले सकते हैं.
पपीता: पपीते में पपीताइन नामक एंजाइम होता है जो प्लेटलेट्स के निर्माण में मदद कर सकता है. रोजाना पपीता खाने से प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ सकती है.
अनार: अनार में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन C प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं और प्लेटलेट्स बढ़ाने में मदद करते हैं.
चुकंदर: चुकंदर में आयरन और फोलेट होता है जो रक्त निर्माण में मदद करते हैं.
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।